Friday, April 9, 2010

चिदंबरम का इस्तीफा मनमोहन ने ठुकराया


(sansadji.com)

गृहमंत्री पी चिदंबरम ने नक्सली हमलों की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को इस्तीफे की पेशकश की थी। जबकि प्रधानमंत्री ने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया था। प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता के अनुसार चिदंबरम ने भले ही हमले में नाकामी की बात आज स्वीकारी हो, लेकिन उन्होंने गुरुवार को ही पीएमओ को अपना इस्तीफा भेज दिया था। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन में सीआरपीएफ के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने इस पूरे हमले में चूक के लिए जिम्मेदारी ली है। बीच में कुछ इस तरह की खबरें भी आईं थी कि चिदंबरम के प्रधानमंत्री को लिए गए पत्र में इस्तीफे का जिक्र नहीं है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में बड़ी संख्या में सीआरपीएफ जवानों के मारे जाने की घटना की ‘‘पूर्ण जिम्मेदारी’’ स्वीकार करते हुए गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा था कि हां हमारी गलती है। मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी वह अपने ऊपर लेता हूं।

3 comments:

Anonymous said...

बाप ओझा अउरी माई डाइन......

Anonymous said...

मनमोहन सरकार ने हीं नेपाल में माओवादीयो और पालिटीकल पार्टियो के बीच संझौता करा कर उनके सत्ता मे आने का रास्ता प्रशस्त किया था। बाद मे नेपाल मे माओवादीयो ने अपने वाई.सी.एल नामक अपने छापामार दस्ते का प्रयोग कर नेपाल के संविधान सभा के चुनाव मे अप्रत्याशित सफलता हासिल किया। भारत के द्वारा नेपाल के माओवादीयो के सन्दर्भ मे अपनायी गई नीति के बारे मे भी चिदम्बर एण्ड मनमोहन कम्पनी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।

Himwant said...

चिरई के जान जाए, लइकन के खेलौना