Tuesday, April 6, 2010
सपा-सांसद निधि से पांच लाख झटकने की कोशिश
(sansadji.com)
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में सपा सांसद शैलेंद्र कुमार के पैड पर फर्जी हस्ताक्षर और मुहर लगाकर एक विद्यालय को पांच लाख रुपये धन देने की सिफारिश अधिकारियों की सतर्कता से पकड़ में आ गई। इससे सांसद निधि में सेंध लगाने की कोशिश नाकाम हो गई। उधर सांसद ने इस बात पर नाराजगी जाहिर की है कि विगत वर्ष अपनी निधि से सरकारी विभाग को जो धन उपलब्ध कराया था उसके खर्च का ब्योरा देने में अधिकारी नाकाम रहे। इस संबंध में इलाहाबाद मंडलायुक्त ने विकास विभाग को पत्र भेजा है। जनप्रतिनिधि इस समय विद्यालयों पर पानी की तरह धन खर्च कर रहे है। ऐसे में धोखाधड़ी करनेवाले भी तिकड़म से बाज नहीं आ रहे। सिराथू क्षेत्र के एक वित्तविहीन विद्यालय के नाम पर सांसद के लेटरपैड पर फर्जी तरीके से पांच लाख रुपये धन जारी कर दिया गया। हस्ताक्षर व मुहर फर्जी देख 21 जून 2008 को जारी लेटर पर कार्रवाई रोक दी गई। मंडलायुक्त एके उपाध्याय ने विकास विभाग को भेजे पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि सांसद द्वारा कराये गए कार्यो का विवरण उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। मामले में क्षेत्रीय सांसद शैलेंद्र कुमार का कहना है कि उन्होंने बिजली विभाग समेत कई सरकारी विभागों को वर्ष 08 में निधि से धन उपलब्ध कराया था। वित्तीय माह 09 भी खत्म हो गया लेकिन खर्च का लेखा-जोखा अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया। सांसद ने आशंका व्यक्त की है कि उनकी निधि से दिये गए धन में बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता ने कहा कि सांसद निधि के कार्यो की जानकारी सांसद को बराबर दी जा रही है।
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