Thursday, April 8, 2010
रोहतास में लोकसभा अध्यक्ष मीरा का सम्मान
(sansadji.com)
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार एवं उनके पति मंजुल कुमार का पिछले दिनो बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्ररोहतास के रेलवे मैदान में अभिनंदन किया गया। मीरा ने इस मौके पर केंद्र सरकार की योजनाओं द्वारा क्षेत्र केगरीबों की समस्या प्राथमिकता से दूर कराने का लोगों को भरोसा दिया। उन्होंने खासतौर से पानी की समस्या शीघ्रदूर करने का आश्वासन दिया।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि रोहतास पहाड़ी क्षेत्र के गांवों 25 गांवों में डीप बोरिंग कराकर ग्रामीणों को पेयजल कीव्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। रोहतास व नौहट्टा प्रखंड में सड़क और पानी दो बड़ी समस्या हैं। आवागमनदुरुस्त करने के लिए वह राष्ट्रीय राजमार्ग एचएच-2सी का कार्य प्रारंभ करा चुकी हैं। अब पेयजल की समस्या दूरकी जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार यहां पहुंचीं कुमार ने केन्द्र सरकार की योजनाओं केमाध्यम से गरीबी दूर होने की बात कही। ग्रामीणों ने कदवन जलाशय परियोजना व बंद पड़े बौलिया क्वायरी कीतरफ उनका ध्यान आकृष्ट कराया। प्रखंड अध्यक्ष शमशाद युनूस खान उर्फ हज्जू खान ने पुष्प गुच्छ देकर उनकास्वागत किया।
माया सरकार का मन साफ नहीं: आदित्य
कांग्रेस सांसद प्रदीप जैन आदित्य ने यूपी के बस्ती जिले में हर्रैया इण्टर कालेज मैदान में किसान-नौजवानमहारैली को संबोधित करते हुए कहा कि केन्द्रीय योजनाओं के प्रति मायावती सरकार का मन साफ नहीं है।इसलिए महत्वाकांक्षी योजनाओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। समय आने पर जनता इसका जवाबदेगी। यूपी में आने वाला कल कांग्रेस का है। राहुल गांधी के नेतृत्व में नए युग की शुरूआत हुई है, जिसमें कार्यकर्ताका मान बढ़ा है। निष्ठावान कार्यकर्ता अब उत्साहित हैं। प्रदेश में रोजगार के अवसर शून्य हैं। केन्द्र ने प्रदेश को कई सौ करोड़ रुपए की योजनाएं दी हैं, लेकिन उसका क्रियान्वयन अपेक्षित ढंग से नहीं हो रहा है। मनरेगा कीयहां धज्जी उड़ाई जा रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. रीता बहुगुणा जोशी, कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेताप्रमोद तिवारी आदि ने भी रैली को संबोधित किया।
सांसद अगाथा संगमा ने नेस्ले को सराहा
हरियाणा के समालखा में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर नेस्ले द्वारा आयोजित पोषाहार जागरूकता कार्यक्रममें केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कुमारी अगाथा संगमा ने कहा कि देश के अधिकांश बच्चे पोषाहार की कमी सेबीमारियों की चपेट में आते हैं। पर्याप्त पोषाहार नहीं मिलने से किशोरावस्था के लोगों का समुचित शारीरिक विकासनहीं हो पाता है। ग्रामीण अंचल के लोग जागरूकता के अभाव में समुचित पोषाहार नहीं ले पाते है। कुपोषण वैश्विकसमस्या है। इसके उन्मूलन के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए। नेस्ले ने संतुलित पोषाहार केप्रति लोगों व खासकर महिलाओं को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है, जिसकी शुरुआत पट्टीकल्याणा केराजकीय सीसे स्कूल में कार्यक्रम आयोजित कर की जा रही है। मोगा में पायलट परियोजना के तौर पर यह शुरूकिया था जिसका व्यापक परिणाम सामने आया।
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