Saturday, April 10, 2010

सीएम की सीखः चिदम्बरम जरा कम बोलें


(sansadji.com)

ज्यादा बोलने की कोई जरूरत नहीं, काम के हिसाब से बोलना चाहिए। हमारा सुझाव है कि काम के हिसाब से बोलना चाहिए। बहुत बोलने से बहुत लाभ नहीं होता। हम चिदम्बरम की इज्जत करते हैं। उन्हें अपने तेवर पर थोड़ा नियंत्रण रखना चाहिए। इतना बोलना कोई जरूरी नहीं। ये कहना है बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का।
आज दिल्ली में हैं नीतीश कुमार। उन्होंने यहां इंडियन वुमेन प्रेस कोर में पत्रकारों से विस्तार से बातचीत की। दंतेवाड़ा घटना के संदर्भ में नक्सली समस्या से निपटने के बारे में उन्होंने कहा कि माओवाद की समस्या को सिर्फ पुलिस अभियान से नियंत्रित नहीं किया जा सकता। हमें इस समस्या से दोनों तरह से निपटना होगा, जहां पुलिस अभियान की जरूरत है वहां इसे किया जाये। इसके साथ ही हमें जमीनी स्तर पर विकास के मुद्दों पर ध्यान केन्द्रित करना होगा। हम हिंसा के पूरी तरह से खिलाफ हैं लेकिन बुनियादी बात यह है कि आखिर यह इतना क्यों फैल गई है। हमें यह देखना पड़ेगा। नक्सलियों के खिलाफ अकेले आपरेशन समस्या का हल नहीं। सरकार के डिलिवरी तंत्र को दुरूस्त करना होगा, क्योंकि डिलिवरी बहुत ही लचर है। साथ ही डिलिवरी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार को भी दूर करना होगा।

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