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(sansadji.com)
बिहार के मुख्यमंत्री एंव जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार ने आज महिला आरक्षण विधेयक के मुद्दे पर पार्टी अध्यक्ष शरद यादव के साथ मतभेदों को स्वीकार करते हुए कहा कि इस मामले में सिर्फ एप्रोच का अंतर है। इसके अलावा किसी और मुद्दे पर उनसे कोई मतभेद नहीं है ।
दिल्ली में नीतीश ने कहा कि सिर्फ एप्रोच का मामला है। एक हल्का ईमानदार मतभेद है और लोकतंत्र में ऐसा होता है। हम एक दूसरे की स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं। सिर्फ एप्रोच का अंतर है। एप्रोच के सिवाए उनके शरद के साथ कोई मतभेद नहीं हैं। महिला आरक्षण के वह भी पक्षधर हैं, हम भी पक्षधर हैं। हम भी कहते हैं कि कोटा के अंदर कोटा हो, वह भी कहते हैं कि कोटा के अंदर कोटा हो। शरद कहते हैं कि कोटा के अंदर कोटा की बात को अभी ही विधेयक में शामिल कर लिया जाये। हमारा कहना है कि इस विधेयक को मौजूदा स्वरूप में ही पारित कर दिया जाये। कोटा के अंदर कोटा के लिए हम बाद में बातचीत करेंगे। इसके चलते विधेयक को रोकना उचित नहीं होगा। बिहार में पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए जो आरक्षण का प्रावधान किया गया है, उसके अच्छे नतीजे आये हैं और महिलाओं में जागृति आयी है। इसे देखकर लगता है कि महिलाओं को आरक्षण मिलना चाहिए और मौजूदा विधेयक को पारित होने देना चाहिए बाकी चीजों को बाद में देखा जाना चाहिए। हमने अपनी राय पार्टी के साथियों को बता दी है।
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