Tuesday, April 13, 2010

भाजपा ने लगाया थरूर पर भ्रष्टाचार का आरोप, सीबीआई जांच की मांग


(sansadji.com)




मामले
में गंभीर मोड़, राजीव शुक्ला सोनिया गांधी से मिले
आईपीएल की फ्रेंचाइजी में सुनंदा की हिस्सेदारी पर संदेह

भाजपा ने विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर को भ्रष्टाचार के आरोप में तुरंत बर्खास्त कर उनकी मित्र सुनंदा पुष्कर को आईपीएल की कोच्चि फ्रेंचाइजी में 75 करोड़ की ‘मुफ्त हिस्सेदारी’ देने की सीबीआई जाँच की माँग की है। उधर, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद बीसीसीआई प्रवक्ता राजीव शुक्ला ने कहा है कि बोर्ड ने इस मामले पर बैठक बुलाई है।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि आईपीएल की कोच्चि फ्रेंचाइजी मामले में थरूर ने प्रत्यक्ष या परोक्ष लाभ के लिए पैरवी, संरक्षण और प्रोत्साहन देने में अपने पद का दुरुपयोग किया है, जो भ्रष्टाचार का सीधा मामला बनता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले में अपनी मित्र सुनंदा पुष्कर की आड़ में थरूर ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आपराधिक कृत्य किया है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधी कानून की धारा 13 के तहत मामला बनता है। प्रसाद ने कहा कि थरूर किसे तलाक देने जा रहे हैं, किससे विवाह करने जा रहे हैं या पुष्कर से उनके क्या रिश्ते हैं, इनसे पार्टी का कोई मतलब नहीं है। ये मंत्री के निहायत निजी मामले हैं। खबर है कि थरूर अपनी दूसरी पत्नी को तलाक देकर पुष्कर से विवाह करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी को हालाँकि यह जानने में पूरी रुचि है कि कोच्चि फ्रेंचाइजी में विदेश राज्यमंत्री ने शुरू से ही इतनी रुचि क्यों दिखाई? उनकी करीबी मित्र पुष्कर को कोच्चि फ्रेंचाइजी में बिना धन लगाए लगभग 75 करोड़ रुपए की मुफ्त हिस्सेदारी (फ्री इक्विटी) कैसे और क्यों मिली? प्रसाद ने कहा कि मंत्री की करीबी मित्र पुष्कर न तो केरल की हैं और न ही कोई बड़ी व्यापारी या क्रिकेट प्रेमी। ऐसे में उन्हें कोच्चि फ्रेंचाइजी रांदेवू की अगुवाई वाले समूह में 75 करोड़ रुपए की मुफ्त की हिस्सेदारी क्यों दी गई? उन्होंने कहा कि थरूर दावा कर रहे हैं कि आईपीएल की कोच्चि फ्रेंचाइजी में उन्होंने एक भी पैसा न लिया और न ही दिया, लेकिन हम भी ऐसा कहाँ कह रहे हैं। हम तो बस यह पूछ रहे हैं कि बिना एक पैसा लिए दिए इस फ्रेंचाइजी में उनकी मित्र पुष्कर को 17 प्रतिशत यानी 75 करोड़ रुपए की मुफ्त हिस्सेदारी कैसे मिल गई। उन्होंने कहा कि साफ है कि कोच्चि फ्रेंचाइजी को सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए पुष्कर की आड़ में शशि थरूर को यह इनाम दिया गया। इन तथ्यों का तार्किक अर्थ यही निकलता है कि अपनी करीबी मित्र पुष्कर की आड़ में थरूर स्वयं सक्रिय हैं। ट्विटिंग के कारण विवादों में घिरे रहने वाले विदेश राज्यमंत्री पर टिप्पणी करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि निरंतर विवादों में फँसे रहने वाले थरूर अब भ्रष्टाचार की दलदल में भी धँसते नजर आ रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री को उन्हें अविलंब बर्खास्त करके पूरे मामले की सीबीआई से जाँच के आदेश देने चाहिए। उधर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके निवास स्थान पर मिलने के बाद शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष ने दस दिन के अंदर परिषद की बैठक बुलाकर इस मामले में चर्चा करके निर्णय करने का फैसला किया है। शुक्ला ने साफ किया कि सोनिया गांधी से मिलने का थरूर विवाद से कुछ लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि दोनों ओर से जो आरोप लगाये गये हैं, ये सभी मुद्दों पर आईपीएल की संचालन परिषद में उठाये जायेंगे। शुक्ला ने इस बारे में पूछे गये सवालों के बारे में कहा कि मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता और न ही एक दूसरे पर लगाये जा रहे आरोपों पर किसी प्रकार का आकलन करना चाहता हूं। मैं सिर्फ इतना कह रहा हूं कि इस बारे जो भी चर्चा होगी, वह बीसीसीआई अध्यक्ष द्वारा बुलाई बैठक में की जाएगी।

1 comment:

Udan Tashtari said...

इन्तजार रहेगा इस विषय में आगे समाचार का.