Friday, April 16, 2010

राहुल की पर्ची पढ़कर तनावग्रस्त सोनियां मुस्कराईं


(sansadji.com)

घर तो घर होता है, जहां घर होता है, वहां न देश होता, न संसद लेकिन जहां संसद हो, वहां घर बेचैन हो जाए तो? कुछ ऐसा ही नजारा रहा लोकसभा में उस समय, जब सांसद मां-पुत्र सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच एक पर्चे की पंक्तियों ने रोष पर छींटे मार दिए। दंतेवाड़ा हमले पर गुरुवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष के आरोपों से तमतमाई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को शांत करने का काम किया बेटे राहुल ने। उन्होंने ‘मॉम’ को एक पर्चा भिजवाया, जिसमें लिखा था ‘कीप कूल’। विपक्ष के हमले और अपनी कुर्सी के इर्द-गिर्द प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सदन के नेता प्रणव मुखर्जी की गैरमौजूदगी से सोनिया खुद को बेहद असहज महसूस कर रही थीं। भाजपा के यशवंत सिन्हा ने जब यह आरोप लगाया कि कांग्रेस ने नक्सलियों से हाथ मिलाकर आंध्रप्रदेश का चुनाव जीता है तो सोनिया का चेहरा गुस्से से लाल हो गया। पहले तो वे स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद की ओर मुड़ीं। पर आजाद उनके गुस्से को भांप नहीं पाए। फिर सोनिया ने संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल का ध्यान खींचा। ‘मैडम’ का गुस्सा देखकर बंसल ने अन्य कांग्रेसी सांसदों को विरोध के लिए उकसाया। दिलचस्प बात यह है कि इस दौरान डीएमके और एनसीपी जैसे यूपीए के कुछ घटक खामोश बैठे रहे। तभी सदन की आखिरी पंक्ति में बैठे राहुल ने मां की उलझन को समझकर एक पर्चा भेजा। सोनिया ने उसे पढ़ने के बाद पलटकर राहुल की ओर देखा और मुस्कुराईं। पलक झपकते ही उनके चेहरे से तनाव दूर हो चुका था।

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