Thursday, April 15, 2010

मामला गहराया, थरूर मिले सोनिया से


(sansadji.com)
पिछले दो दिनों से कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने के लिए लगातार सक्रिय विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर को आज शाम आखिर अवसर मिल ही गया। मुलाकात आज शाम पांच बजे हुई। कोच्चि फ्रेंचाइजी विवाद एवं भाजपा की ओर से उछाले गए भ्रष्टाचार के आरोपों से विचलित थरूर ने आज संप्रग सुप्रीमो सोनिया गांधी से मुलाकात की। इससे पहले थरूर वित्त मंत्री प्रवण मुखर्जी समेत पार्टी के कई बड़ों से गुफ्तगू कर चुके हैं। सोनिया ने तसल्ली से अपने विदेश राज्य मंत्री का पक्ष सुना।
थरूर का मसला जिस तरह से गंभीर होता जा रहा है, लगता है प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विदेश यात्रा से लौटने के बाद पार्टी थरूर पर किसी बड़े नतीजे पर पहुंचने के लिए बाध्य हो सकती है। उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनो से थरूर प्रकरण देश भर के मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। आज तो कुछ दिनों से चुप रहते सांसद अमर सिंह भी बातों-बातों में बहुत कुछ बोल गए। पत्रकारों ने उनसे जब बातों-बातों में ही विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर पर मुंह खुलवाना चाहा तो अमर ने कहा कि शशि थरूर मंत्री ही नहीं, जवान भी हैं। और यदि किसी जवान की खूबसूरत लड़की से दोस्ती हो जाए तो ये कोई गुनाह जैसी बात नहीं। यदि लड़की मालदार हो तो फिर क्या कहने। ऐसा सबका नसीब कहां। थरूर नसीब वाले हैं। जहां तक आईपीएल विवाद की बात है, प्रधानमंत्री ने कहा है कि थरूर गलत मिले तो कार्रवाई होगी। अब इस पर आगे क्या होने वाला है, ये तो प्रधानमंत्री ही बताएंगे। इस बीच रॉन्देवू के प्रवक्ता गायकवाड़ ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेकर एक नए विवाद का जन्म दे दिया है। उन्होंने केन्द्र सरकार से आईपीएल की सभी टीमों की जांच की मांग की है। आइपीएल विवाद में गायकवाड़ ने अपने खिलाफ साजिश रचने वालों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी नाम लिया है। कहा है कि दोनों मोदी कोच्चि टीम को अहमदाबाद ले जाना चाहते थे। यहां तक कि प्रमोटर्स पर अहमदाबाद टीम पर पैसे लगाने के लिए दबाव डाला गया था और उन्हें ऎसा करने के लिए धमकाया भी गया। प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और ललित मोदी के हित एक ही हैं और इसके पीछे राजनीतिक साजिश काम कर रही है। इस बीच जदयू अध्यक्ष एवं सांसद शरद यादव ने कहा है कि आईपीएल पर पाबंदी लगनी चाहिए। लेफ्ट और भाजपा ने भी आईपीएल टीमों के मालिकों के खातों की जांच की मांग की है। खेल मंत्री एमएस गिल भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। उनका कहना है कि आईपीएल को लेकर जो कुछ भी हो रहा है वो क्रिकेट नहीं है। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है। संसद से बाहर निकलने पर जब मुखर्जी से पूछा गया कि इस पूरे मसले पर आपका क्या मानना है तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि यह वित्त मंत्रालय का काम नहीं है। मंत्रालय का इससे कुछ लेना देना नहीं है। कोच्चि की आईपीएल टीम के स्वामित्व के मुद्दे पर विवादों के घेरे में आये विदेश राज्य मंत्री ने आज लोकसभा में इस बारे में स्वयं की ओर से बयान देने की बात कह कर मीडिया से पिंड छुड़ाया। संसद में आज आने पर संवाददाताओं द्वारा आईपीएल से जुड़े विवाद के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने पूरी तरह से खामोशी अख्तियार किए रखी। बाद में बताया गया कि वह इस संदर्भ में लोकसभा में स्वयं की ओर से बयान देंगे। इस विवाद के बीच थरूर ने आज वित्त मंत्री और लोकसभा में सदन के नेता प्रणव मुखर्जी से मुलाकात की। उच्च सदन की कार्यवाही में कुछ देर हिस्सा लेने के बाद थरूर संसद से चले गये। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात का समय मिलने, पार्टी द्वारा उनका समर्थन किये जाने अथवा इस्तीफा नहीं देने के अपने बयान पर कायम रहने संबंधी संवाददाताओं के तमाम सवालों पर उन्होंने पूरी तरह चुप्पी साधे रखी। थरूर ने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। थरूर कह चुके हैं कि क्या मैंने ऐसा कोई काम किया है, जिसकी वजह से मुझे इस्तीफा देना पड़े? मुझे लगता है कि दूसरे लोगों के नजरिये को ज्यादा अहमियत दी जा रही है। मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। बेशक मैं कांग्रेस के लिये शर्मसार होने की वजह नहीं बनने जा रहा हूं। कुछ निहित स्वार्थी तत्व अपने व्यावसायिक हितों के चलते मुझ पर झूठे इल्जाम लगा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार शशि थरूर ने पिछले 12 घंटे में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और एके एंटनी से तीन बार मुलाकात की है। कल रात की बैठक के बाद थरूर आज संसद सत्र शुरू होने से पहले और फिर 12 बजे कार्यवाही स्थगित होने के बाद दोनों नेताओं से मिले। वित्त मंत्री ने उन्हें संसद में पूरे मामले में स्थिति साफ करने को कहा है। उधर पता चला है कि कोच्चि टीम में पैसा लगाने वाले परनी डेवलपर्स के अहमदाबाद स्थित ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। आयकर विभाग ने परनी के मालिक विपुल शाह के दफ्तर पर छापा मारा है। साथ ही दो अन्य निवेशकों के भावनगर ऑफिस पर भी छापा मारा गया है। परनी डेवलपर्स की आईपीएल की कोच्चि टीम में 26 फीसदी हिस्सेदारी है।

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