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(sansadji.com)
आज संसद के दोनों सदनों में भाजपा सांसदों ने संप्रग सरकार पर इतना गंभीर आरोप उछाल दिया कि पूरा सदन हतप्रभ रह गया। लोकसभा में रांची के भाजपा सांसद यशवंत सिह्ना और राज्यसभा में सांसद अरुण जेटली ने दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर, ममता बनर्जी के नाम लिए बिना कहा कि सरकार में कई अर्द्ध माओवादी हैं। इसीलिए चिदंबरम असफल हो रहे।
दोनों सदनों में भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष में ही कई ‘अर्ध माओवादी’ होने से नक्सलवाद के खिलाफ पार्टी व सरकार विभाजित नजर आ रही हैं, जिसके चलते गृह मंत्री पी. चिदंबरम के प्रति विरोध के स्वर उठ रहे हैं। दंतेवाड़ा में माओवादियों द्वारा सीआरपीएफ कर्मियो के मारे जाने पर लोकसभा में चर्चा की शुरूआत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने सवाल किया कि नक्सलियों से लड़ने के मामले में जहां विपक्ष सरकार के साथ है, वहीं क्या कांग्रेस और संप्रग भी इस लड़ाई में सरकार के साथ है? उधर राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने नक्सलियों से निबटने में संप्रग सरकार तथा मुख्य सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के अंदर एक राय नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्तारूढ गठबंधन में कुछ अर्ध माओवादी हैं जिनकी सहानुभूति माओवादियों के साथ है। जेटली ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, मणिशंकर अय्यर और तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी का इस संदर्भ में सीधे नाम लिए बिना कहा कि नक्सलियों से सहानुभूति रखने वाले सरकार में शामिल हैं। जेटली ने मीडिया में नक्सलियों का कथित पक्ष लेने वाले कथित मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को भी आड़े हाथों लिया।
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