Thursday, April 15, 2010

आईपीएल विवाद में नरेंद्र मोदी का भी नाम उछला


(sansadji.com)


रॉन्देवू के प्रवक्ता गायकवाड़ ने केन्द्र सरकार आईपीएल की सभी टीमों की जांच की मांग की है। आइपीएल विवाद में गायकवाड़ ने अपने खिलाफ साजिश रचने वालों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का भी नाम लिया है। कहा है कि दोनों मोदी कोच्चि टीम को अहमदाबाद ले जाना चाहते थे। यहां तक कि प्रमोटर्स पर अहमदाबाद टीम पर पैसे लगाने के लिए दबाव डाला गया था और उन्हें ऎसा करने के लिए धमकाया भी गया। प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी और ललित मोदी के हित एक ही हैं और इसके पीछे राजनीतिक साजिश काम कर रही है। जदयू अध्यक्ष एवं सांसद शरद यादव ने कहा है कि आईपीएल पर पाबंदी लगनी चाहिए। लेफ्ट और भाजपा ने भी आईपीएल टीमों के मालिकों के खातों की जांच की मांग की है। खेल मंत्री एमएस गिल भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। उनका कहना है कि आईपीएल को लेकर जो कुछ भी हो रहा है वो क्रिकेट नहीं है। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है। संसद से बाहर निकलने पर जब मुखर्जी से पूछा गया कि इस पूरे मसले पर आपका क्या मानना है तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि यह वित्त मंत्रालय का काम नहीं है। मंत्रालय का इससे कुछ लेना देना नहीं है। कोच्चि की आईपीएल टीम के स्वामित्व के मुद्दे पर विवादों के घेरे में आये विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर आज लोकसभा में इस बारे में स्वयं की ओर से बयान देंगे। संसद में आज आने पर संवाददाताओं द्वारा आईपीएल से जुड़े विवाद के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने पूरी तरह से खामोशी अख्तियार किए रखी। बाद में बताया गया कि वह इस संदर्भ में लोकसभा में स्वयं की ओर से बयान देंगे। इस विवाद के बीच थरूर ने आज वित्त मंत्री और लोकसभा में सदन के नेता प्रणव मुखर्जी से मुलाकात की। उच्च सदन की कार्यवाही में कुछ देर हिस्सा लेने के बाद थरूर संसद से चले गये। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात का समय मिलने, पार्टी द्वारा उनका समर्थन किये जाने अथवा इस्तीफा नहीं देने के अपने बयान पर कायम रहने संबंधी संवाददाताओं के तमाम सवालों पर उन्होंने पूरी तरह चुप्पी साधे रखी। आमतौर पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब देने वाले थरूर आज किसी भी सवाल का जवाब दिये बिना चुपचाप अपनी कार में बैठकर संसद भवन से बाहर चले गये। उल्लेखनीय है कि पद के दुरुपयोग और आईपीएल की कोच्चि टीम की बोली में खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को नकारते हुए विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर ने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। थरूर कह चुके हैं कि क्या मैंने ऐसा कोई काम किया है, जिसकी वजह से मुझे इस्तीफा देना पड़े? मुझे लगता है कि दूसरे लोगों के नजरिये को ज्यादा अहमियत दी जा रही है। मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। बेशक मैं कांग्रेस के लिये शर्मसार होने की वजह नहीं बनने जा रहा हूं। कुछ निहित स्वार्थी तत्व अपने व्यावसायिक हितों के चलते मुझ पर झूठे इल्जाम लगा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार शशि थरूर ने पिछले 12 घंटे में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और एके एंटनी से तीन बार मुलाकात की है। कल रात की बैठक के बाद थरूर आज संसद सत्र शुरू होने से पहले और फिर 12 बजे कार्यवाही स्थगित होने के बाद दोनों नेताओं से मिले। वित्त मंत्री ने उन्हें संसद में पूरे मामले में स्थिति साफ करने को कहा है। उधर पता चला है कि कोच्चि टीम में पैसा लगाने वाले परनी डेवलपर्स के अहमदाबाद स्थित ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। आयकर विभाग ने परनी के मालिक विपुल शाह के दफ्तर पर छापा मारा है। साथ ही दो अन्य निवेशकों के भावनगर ऑफिस पर भी छापा मारा गया है। परनी डेवलपर्स की आईपीएल की कोच्चि टीम में 26 फीसदी हिस्सेदारी है।

1 comment:

अजय कुमार झा said...

वाह ये आईपीएल तो क्रिकेट से निकल कर फ़िल्मों से होता हुआ अब राजनीति तक आ पहुंचा है । कमाल है । जहां तक नाम उछलने की बात है तो मुझे लगता है कि नाम ऐसा ही रखना चाहिए जो बात बेबात उछलता रहे , चाहे हम खुद उछल पाएं या नहीं ।