Saturday, January 9, 2010

अमर सिंह के सपा में होने-न-होने का मतलब!

राज्य सभा सदस्य ने नेता जी को इस्तीफे की पेशकश क्या की, सपा में भूचाल सा आ गया है। कोई अमर सिंह के जाने से सपा के न नुकसान की बात कह रहा है तो कोई कह रहा कि सपा को पुनर्जीवन मिलेगा। पार्टी नेता खुलकर सामने आने से हिचक रहे। डर है कि नाराजगी की गाज उन पर भी गिर सकती है। अमर ने सपा को कॉरपोरेट पार्टी बनाने की कोशिश की। पार्टी की दिशा बदल गई। पूरी सच्चाई जानने के लिए पढ़ें.....SANASADJI.COM.....सांसदजी डॉट कॉम

Friday, January 8, 2010

एनडी तिवारी की अवैध संतान रोहित शेखर!

हे भगवान! जाने कितने शेखर!! वो शेखर, ये शेखर.... आंध्रा में एक शेखर तेलंगाना के लिए बावरे, एक शेखर तिवारी जी की अवैध संतान? तिवारी जी पहले आंध्रा में राज्यपाल थे, उससे पहले उत्तरांचल के मुख्यमंत्री, उससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री.....किस्सी उन्हीं दिनो का है। तिवारी की चुनरी में दाग ही दाग। एक और दाग रोहित शेखऱ का।
तिवारी को अवैध संतान मामले में हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने तिवारी के कथित नाजायज पुत्र रोहित शेखर की अर्जी पर उन्हें नोटिस जारी किया है। उल्लेखनीय है रोहित शेखर ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर खुद को एनडी तिवारी की अवैध संतान बताया है। रोहित ने दावा किया है कि तिवारी उनके पिता हैं। सूत्रों ने अनसार रोहित ने कुछ तस्वीरों के आधार पर अदालत में अपना दावा पेश किया है। हालांकि, तिवारी के वकीलों ने दलील दी थी कि यदि रोहित वास्तव में उनकी संतान हैं तो उन्हें कानूनन वयस्क (18 साल) होने के तीन साल के अंदर दावा पेश करना चाहिए था। रोहित की मां उज्जवला शर्मा ने भी एनडी तिवारी पर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया है। रोहित की मां एनडी तिवारी के साथ खिंचवाई गई तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा है कि यदि तिवारी के उनसे निकट संबंध नहीं है, तो उन्होंने उनके साथ तस्वीरें क्यों खिंचवाई। उन्होंने दावा कि 1970 के दशक में तिवारी और उज्जवला करीब आए थे। उस दौरान उज्जवला खुद भी कांग्रेस से जुड़ी थीं और काम के सिलसिले में दोनों की करीबियां बढ़ती चली गई। उज्जवला के अनुसार उसी दौरान तिवारी ने संतान की इच्छा जताई, जिसके बाद रोहित का जन्म हुआ। उन्होंने बताया कि रोहित के जन्म के बाद तिवारी बेहद खुश हुए थे और वो कई वर्षो तक उसका जन्मदिन भी मनाते रहे। हालांकि, बाद में तिवारी ने रोहित और उज्जवला से दूरियां बढ़ानी शुरू कर दी। उज्जवला के अनुसार 2005 में तिवारी के 80वें जन्मदिन पर वो रोहित के साथ तिवारी से मिलने गईं थी, जिसके बाद वो परेशान हो गए थे।
...........और भी कई हकीकत पढ़ें
SANSADJI.COM...सांसदजी डॉट कॉम पर

Thursday, January 7, 2010

विधायक ने अपने ही पार्टी-सांसद के खिलाफ मोर्चा खोला

यदि कोई भाजपा विधायक अपनी ही पार्टी के सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दे तो क्या होगा? जो होगा, सो होगा, फिलहाल तो ऐसा मोर्चा खुल गया है। इससे भाजपा के भीतर राजनीतिक भूचाल आया हुआ है। मामला मौत का है और राजनीति का भी, भाजपा का है और सांसद-विधायक का भी........पूरी खबर सविस्तार..... SANSADJI.COM... सांसदजी डॉट कॉम ......... पर

Wednesday, January 6, 2010

फिर फोड़ा फूटा ठाकुर अमर सिंह का

इस्तीफा पांचवी बार, मुलायम को फिर नामंजूर! के रूप में मन का मवाद बाहर आ गया। अमर सिंह ने पार्टी के संसदीय बोर्ड और महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन पार्टी की सदस्यता से 'न दैन्यम्, न पलायनम्' कहते हुए इस्तीफा नहीं दिया है। आखिर ऐसा क्यों?? पूरी कहानी पढ़िए SANSADJI.COM.... सांसदजी डॉट कॉम पर......... देखिए कि आगे क्या होता है इस बार। भी अटकलें हैं कि सपा महासचिव कांग्रेस में जाने की पूर्वपीठिका तैयार कर रहे हैं!

जब राष्ट्रपति ही रचाए पांचवीं शादी तो!

जब कोई राष्ट्रपति अपनी पांचवीं शादी रचाए, वह भी अपनी उम्रदराजी की दहलीज पर तो उसके इस तरह के रंगीलेपन को क्या कहा जा सकता है! इतना ही नहीं, अपनी बाकी पत्नियों के बारे में उसके क्या खयालात हैं, वह किस पत्नी को कितना प्यार करता है, चार-चार पत्नियों के रहते एक और शादी रचाने की जरूरत क्यों पड़ी नकांडला (दक्षिण अफ्रीका) के राष्ट्रपति जैकब जुमा को......सविस्तार जानने के लिए पढ़िए SANSADJI.COM...सांसदजी डॉट कॉम ....पर, साथ ही उग्रवाद पर भारत के पीएम की टिप्पणी का मतलब.......

Monday, January 4, 2010

सांसदों ने इस तरह भी मनाया नया साल

दो-चार दिन बीत चुके, नया साल पुराना होने लगा है, लेकिन कुछ बातें ऐसी भी हैं, जो नई-नई सी लगती हैं। क्यों? क्यों लोगों की निगाह उस ओर कम ही जाती है। सभी मनाते हैं नया साल, लेकिन किस तरह हमारे देश के सांसद और राज्यसभा सदस्य मनाते हैं नववर्ष, क्या कहा-सोचा जाता है उनके बारे में.......पढ़िए sansadji.com..... सांसदजी डॉट कॉम पर........ साथ में यह भी जानिए कि किस तरह साल के अंत में लगा लोकसभा के प्रश्नकाल पर प्रश्नचिह्न.......