
(sansadji.com)
भाजपा के वरिष्ठ सांसद यशवंत सिन्हा ने नक्सलवाद से निपटने को लेकर पी. चिदम्बरम के नजरिये का समर्थन करने के साथ ही यह भी कहा है कि वह गृहमंत्री के गुरूर का शिकार हैं। सिन्हा ने संसद परिसर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान चिदंबरम के बारे में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की टिप्पणी के विषय में पूछे जाने पर कहा कि सिंह से ज्यादा तो वह खुद चिदम्बरम के अहंकार के भाजक हुए हैं। दिग्विजय ने कहा है कि चिदंबरम ‘बौद्धिक अंहकार’ का शिकार हैं। भाजपा नेता ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र हजारीबाग में कर सम्बन्धी दो प्रशिक्षण संस्थानों को चिदम्बरम ने वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में बंद करवा दिया था। नक्सल प्रभावित इलाकों में अनेक लोगों के रोजगार का जरिया रहे इन संस्थानों को नहीं बंद करने की उनसे कई बार गुजारिश किये जाने के बावजूद चिदम्बरम अपने फैसले से पीछे नहीं हटे थे। सिन्हा ने कहा कि चिदम्बरम के गृहमंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई। इस तरह दिग्विजय सिंह से ज्यादा तो वह खुद चिदम्बरम के ‘बौद्धिक अहंकार’ का शिकार हो चुके हैं। बहरहाल, सिन्हा ने यह भी कहा कि दिग्विजय सिंह के लेख से कोई भी यह निष्कर्ष निकाल सकता है कि खुद सत्तापक्ष ही चिदम्बरम के इस्तीफे की मांग कर रहा है जबकि ‘हम :नक्सलियों से निपटने के मुद्दे पर: सरकार के साथ हैं और हमने :चिदम्बरम से: इस्तीफे की मांग नहीं की है।’
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