Sunday, March 21, 2010

बिहार में बंटाईदारी पर सांसद दिग्विजय ने जंग छेड़ी




(sansadji.com)

बांका (बिहार) के निर्दल सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा लोकमोर्चा के राष्ट्रीय सहसंयोजक दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बिहार सरकार बंटाईदारी कानून पर विधानसभा में अपना पक्ष स्पष्ट करे। सरकार इस मुद्दे पर बिहार के किसानों को गुमराह कर रही है। एक तरफ सरकार का पारिवारिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 1.5 करोड़ परिवारों को बीपीएल सूची का बता रही है तो दूसरी ओर इस कानून को लागू कर किसानों को तबाह करने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के मीडिया में आये बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि मोदी जी इस बात को विधानसभा में स्पष्ट करें। सांसद ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर दो मई को पटना के गांधी मैदान में इसके खिलाफ किसान महापंचायत आयोजित की गई है, जिसमें सूबे के 5 लाख किसानों के पहुंचने की संभावना है। बिहार के अधिकांश किसान सीमांत है तथा पहले से ही पिछड़ेपन के शिकार हैं। ऐसी स्थिति में बंटाईदारी कानून लागू किये जाने से किसान तबाह होंगे। किसान पंचायत में सत्ताधारी जदयू सहित राजद, लोजपा, कांग्रेस, लोकमोर्चा आदि दलों के नेता भी भाग लेंगे। इससे पूर्व गत 17 मार्च को एक अन्य बैठक में सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि 2 मई को गाँधी मैदान, पटना में बटाईदारी के सवाल पर 'किसान पंचायत' लगेगी। बिहार सरकार की ओरसे घोषित किया जा चूका है कि बटाईदारी कानून लागू करने का कोई विचारनहीं है, लेकिन इसमें रहस्य छिपा हुआ है। संयुक्त परिवार के बंटवारे के साथ जोत का रकवा बटते -बटते इतना छोटा हो गया है कि अभी अधिकांश किसान , सीमांत किसान रह गए औरउनकी जोत की सीमा भी अलाभकारी रह गई है। ऐसी हालत में बटाईदारी पर लड़ना होगा। आज बिहार की जमीनी हकीकत की न जानकारी रखनेवाला ही बटाईदारी लागू करने की बात कर सकता है।

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