Wednesday, April 21, 2010

महंगाई पर भाषण देते-देते गडकरी बेहोश हो गए!


sansadji.com

राजधानी की रिकार्ड तोड गर्मी के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने आज आसमान छूती महंगाई के खिलाफ पार्टी की संसद चलो रैली में बढ-चढ कर हिस्सा लिया और इसके लिये वे देश के लगभग हर कोने से यहां रामलीला मैदान पंहुचे। इस कारण मध्य और उत्तरी दिल्ली की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी और सभी मुख्य सडकों पर वाहनों का घंटों तक भारी जाम लगा रहा। रामलीला मैदान में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का भाषण हुआ। अंतिम भाषण भाजपा अध्यक्ष नितीन गडकरी ने दिया। भारी गर्मी की वजह से भाषण समाप्त करने के साथ ही वह लड़खड़ा गए जिससे एक पल तो यह लगा कि वह बेहोश हो गए हैं लेकिन पास खडे नेताओं ने उन्हें तुरंत संभाल लिया। गडकरी के भाषण के बाद चिलचिलाती धूप में रामलीला मैदान से नेताओं का काफिला संसद मार्ग की ओर निकला। ट्रैक्टर के बने खुले रथों पर भाजपा के नेता सवार थे। पहले रथ पर जहां गडकरी, लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अरूण जेटली, मुरली मनोहर जोशी और अन्य वरिष्ठ नेता संसद मार्च को दिशा दे रहे थे, वहीं इसके बाद वाले रथों पर भाजपा के दूसरी कतार के नेता मौजूद थे। रैली में हर राज्य का रंग स्पष्ट तौर पर दिख रहा था। रामलीला मैदान से संसद मार्ग तक पूरी सड़क भाजपा के झंडे और बैनरों से पटी नजर आ रही थी। किसी भी आशंका से निपटने के लिए प्रशासन ने रैली के रास्ते में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को लगाया था। भाजपा का यह मार्च जैसे ही रामलीला से निकला और कुछ आगे बढा, बाराखंभा रोड पर नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
रैली में रामलीला मैदान से लेकर संसद मार्ग तक तमाम पोस्टरों में भाजपा अध्यक्ष नितीन गडकरी ही दिखायी दिये। रामलीला मैदान में लाखों कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए जहां भाजपा का लगभग तमाम शीर्ष नेतृत्व उपस्थित था, वहीं मंच पर लगे पोस्टरों और सड़कों के बीच खंभों पर गडकरी और उनका महंगाई पर दिया आकंड़ा नजर आया। वैसे मंच पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और जनसंघ के संस्थापक श्यामाप्रसाद मुखर्जी की तस्वीर वाला पोस्टर तो था लेकिन वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और अन्य शीर्ष नेतृत्व पोस्टरों में पूरी तरह गायब रहा। मंच पर राजनाथ सिंह, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, लालकृष्ण आडवाणी, अरूण जेटली, नितीन गडकरी और भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, रमेश पोखरियाल निशंक और रमन सिंह मौजूद थे लेकिन नदारद थे तो गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण में पहली बार कमल खिलाने वाले कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा।
भारतीय जनता पार्टी ने देश में बढ़ती महंगाई के लिए कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के कुप्रबंधन, गलत आर्थिक नीतियों और भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराते हुए इस सरकार को उखाड फेंकने का आह्वान किया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में करीब एक लाख लोगों की मौजूदगी में महंगाई के खिलाफ ‘संसद चलो’ महारैली को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आज कहा कि कीमतों में वृद्धि अकाल और अभाव से नहीं बल्कि अनाज महाघोटाला और महान अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार की गलत नीतियों के कारण हुई है। हम जनता के द्वार पर हैं। जिस शासन में युवाओं को रोजगार नहीं मिले, किसान को कीमत नहीं मिले, लोगों को सुरक्षा नहीं मिले, उस शासन को उखाड़ फेंकना चाहिए। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यकों के हितों के लिए काम करने का दम भरने वाली कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के शासनकाल में महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। महंगाई उस समय चरम पर है, जब देश का नेतृत्व एक अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री के हाथ में है। किसानों को उनकी फसल के दाम नहीं मिल रहे हैं, वे आत्महत्या कर रहे हैं, ग्राहक महंगाई से त्रस्त हैं, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, सुरक्षा व्यवस्था का हाल खस्ता है, आंतरिक स्थिति अस्त व्यस्त है, जनता कराह रही है। दिल्ली के राजनैतिक जीवन में यह अनोखा अवसर है, जब महंगाई जैसे आम जनता से जुड़े विषय पर जनता का आक्रोश सड़कों पर उतरा है।

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