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(sansadji.com)
मानव इतिहास की सबसे बड़ी 1.2 अरब लोगों की 15वीं जनगणनाः 2011 के लिए आज 77 वर्षीय प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने अपना ब्योरा दर्ज कराया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह व्यापक कार्यक्रम विकास कार्यों के लिए योजना बनाने में सूचनाओं के खजाने के रूप में सरकार को मदद करेगा। जनगणना अधिकारी आज सुबह रेस कोर्स स्थित प्रधानमंत्री के घर पहुँचे। उन्होंने सिंह तथा उनकी पत्नी गुरशरण कौर के बारे में ब्योरा दर्ज किया। 15 मिनट की इस अवधि में पीएम ने अपने बारे में सूचना दर्ज कराई। इस दौरान वे काफी उत्साहित थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में राज्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, केंद्रीय गृह सचिव जीके पिल्लै और भारत के रजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त डॉ. सी. चंद्रमौलि भी उपस्थित थे। जनगणना पंजीयन में अपने बारे में ब्योरा दर्ज कराने वाले सिंह ने देश के हर नागरिक से इस राष्ट्रीय अभियान में शिरकत करने को कहा, ताकि इस प्रक्रिया में हर किसी को शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत में जनगणना सांख्यिकीय आँकड़ों को संग्रह करने का विश्व का सबसे बड़ा अभियान है। कुछ आँकड़े तो हमारी आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों के लिए योजना बनाने में महत्वपूर्ण योगदान करते हैं और इससे योजना तथा विकास की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त होती है। हर दस वर्ष के अंतराल पर होने वाली जनगणना सबसे पहले राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के बारे में ब्योरा दर्ज करने के साथ ही एक अप्रैल से शुरू हो गई थी। यह देश की 15वीं जनगणना है, जिसमें 25 लाख से अधिक अधिकारी देश के नागरिकों के बारे में सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जानकारियाँ एकत्र करेंगे। इसमें सबसे अधिक राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर तैयार होगा।
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