Wednesday, March 31, 2010

सांसद अखिलेश का माया को जवाब



(sansadji.com)

सोने का मुकुट पहनने से सपाध्यक्ष ने किया इनकार

चांदी की साइकिल लेकर बोले- ये पार्टी का प्रतीक चिह्न

समाजवादी पार्टी के कन्नौज (यूपी) सांसद एवं उत्तर प्रदेश सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज गाजियाबाद स्थित लाजपत नगर के रामलीला मैदान में आयोजित सभा में बसपा को खुला सियासी संदेश देते हुए सोने का ताज पहनने से इनकार कर दिया। सियासी हलकों में इसे मुख्यमंत्री मायावती के नोटों की माला का पार्टी की ओर से उछाला गया एक सधा-सधाया जवाब माना जा रहा है। यहां सभा में जब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपने सांसद को सोने का मुकुट देना चाहा तो उन्होंने स्वीकारने से स्पष्ट मना कर दिया। तभी भाजपा से सपा में शामिल हुए सागर शर्मा ने उन्हें चांदी की नन्हीं सी साइकिल भेंट की, जिसे उन्होंने यह कहते हुए ले लिया कि यह पार्टी का प्रतीक चिह्न है। सांसद ने कहा कि सपा ने प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों को आदेश दिया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का स्वागत सोने के मुकुट व नोटों की माला से न करें। इससे पार्टी की अलग छवि बनेगी। अभी पार्टी का एकमात्र उद्देश्य बीएसपी को प्रदेश से हटाना है। इसके लिए प्रत्येक कार्यकर्ता को जी जान से जुटना होगा। प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। किसानों को उनका हक नहीं दिया जा रहा है। उन्हें जबरदस्ती पुलिस से दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी महिला आरक्षण विधेयक का विरोध नहीं कर रही है, लेकिन जो आरक्षण मिले वह अल्पसंख्यक, गरीब व पिछड़ी जाति वाली महिलाओं को मिले न कि पूंजीपतियों को। यूपी गेट से लाजपत नगर के सभा स्थल तक सांसद अखिलेश यादव का जगह-जगह स्वागत किया गया। इस दौरान शहर का ट्रैफिक जाम-सा रहा। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों स्थानीय सपा नेता इस बात को लेकर चिंतित थे कि सभा सफल हो पाएगी या नहीं, लेकिन आज कार्यक्रम की सफलता पर सभी बांछें खिली हुई थीं। आज की सभा सागर शर्मा के सपा में शामिल होने पर केंद्रित रही। सांसद अखिलेश यादव ने सभा में उत्तर प्रदेश के सन 2012 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा। सभास्थल पर उनसे हाथ मिलाने के दौरान कुछ देर के लिए अफरातफरी सी फैल गई।

No comments: