Saturday, April 3, 2010

बाटला हाउस प्रकरणः आज पीएम से मिले बुखारी, कांग्रेस की नजर यूपी के दलितों ही नहीं मुस्लिमों पर भी!


(sansadji.com)


बाटला हाउस प्रकरण पर मुस्लिम-कांग्रेस राजनीति ताजा हो चली है। आज प्रधानमंत्री अहमद बुखारी से मिले। सांसद राहुल गांधी यूपी रथयात्रा शुरू करने जा रहे हैं। ऐन ऐसे मौके पर पीएम-बुखारी की मुलाकात! रथयात्रा के लिए ये दलित के साथ मुस्लिम फैक्टर तो नहीं। यूपी प्रभारी दिग्विजय सिंह मुठभेड़ पीड़ितों को आश्वस्त कर रही रहे हैं। जिसे मुस्लिम सियासत कहा गया।

आज पीएम-बुखारी मुलाकात के बहाने नए सिरे मुस्लिम सियासत सुगबुगा उठी है। जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने बाटला हाउस के कथित फर्जी मुठभेड़ के सिलसिले में आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से 35 मिनट मुलाकात की। बाद में इमाम बुखारी ने बताया कि उन्होंने बाटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी साबित करने वाले दस्तावेजी सबूत प्रधानमंत्री को दिखाए। इस मुठभेड़ में इंडियन मुजाहिद्दीन के दो संदिग्ध आतंकवादी साजिद और आतिफ मारे गए थे। दोनों उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले थे। मैंने प्रधानमंत्री को साजिद और आतिफ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाईं। इस रिपोर्ट के मुताबिक दोनों को बहुत करीब से गोली मारी गई थी। इससे पहले उन्हें घसीटा गया था और किसी कुंद वस्तु से मारा भी गया था। इस रिपोर्ट में यह जिक्र भी नहीं है कि किसकी गोली से दोनों की हत्या हुई। सबूतों को देखकर प्रधानमंत्री भी आश्चर्य में पड़ गए। उन्होंने आश्वस्त किया है कि वह इस सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम से मुलाकात करेंगे और कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को उन्होंने जो दस्तावेजी सबूत दिखाए वह उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त किए थे। उल्लेखनीय है कि विगत फरवरी महीने में कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में हुए बटला हाउस काण्ड पर शक जाहिर करते हुए इस मसले पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बात कर पुनः जांच कराने का आश्वासन दिया था।
वह बटला हाउस काण्ड के डेढ वर्ष बाद संजरपुर गांव में आरोपियों के परिजनों से भी मिले थे। उसी दौरान दिग्विजय ने मीडिया से कहा था कि उन्होंने संजरपुर गांव में बटला हाउस काण्ड में मारे गये लोगों के परिजनों से लगभग डेढ घण्टे से अधिक समय तक एकान्त में बातचीत की। बातचीत के बाद वह उनके घर से बाहर आये। उन्होंने बटला हाउस काण्ड की जांच पर शक जताते हुए कहा था कि मानवाधिकार आयोग द्वारा जो जांच की गयी थी उसमें पीडित पक्ष को नहीं सुना गया था1 मारे गये युवकों की छपी तस्वीरें भी कुछ ऐसा बयां कर रही थी जिससे मुठभेड के तौर तरीके पर सन्देह लगता है। श्री सिंह ने गांव वालों की मांग पर आश्वासन दिया था कि इससे संबंधित जो भी मुकदमें विभिन्न स्थानों पर चल रहे हैं उन्हें एक ही अदालत में चलवाने का प्रयास किया जाएगा ताकि पीडित लोग परेशान न हों। इस घटना से पार्टी अध्यक्ष सोनियां गांधी और महासचिव राहुल गांधी भी चिन्तित हैं। वह फिर से इस मसले पर प्रधानमंत्री से बात करके पूरे मामले की जानकारी देंगे। बात आगे बढ़ी लेकिन सपा ने उत्तर प्रदेश में दिग्विजय की इस यात्रा को मुद्दा बनाने की कोशिश की। कहा गया कि यह मुस्लिम वोट साधने के लिए कांग्रेस की नई कोशिश है। संजरपुर गांव में श्री सिंह के साथ पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. रीता बहुगुणा जोशी भी गई थीं। इस दौरान उनके वाराणसी से संजरपुर आते समय फरिंहा. मुहम्मदपुर. सरायमीर सहित पांच स्थानों पर उलमा कौंसिल के कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया था। आज प्रधानमंत्री की इस मसले पर इमाम बुखारी से मुलाकात ने दिग्विजय सिंह के आश्वासन को बल प्रदान करते हुए ये भी संकेत दे दिया है कि सांसद एवं पार्टी महासचिव राहुल गांधी 14 अप्रैल से उत्तर प्रदेश में रथयात्रा शुरू करने जा रहे हैं। सांसद सोनिया गांधी भी रायबरेली की यात्रा कर आई हैं। अब राहुल की रथयात्रा से कुछ-एक दिन पूर्व बाटला हाउस पर पीएम बुखारी से मिल लिए हैं। इसके पीछे उत्तर प्रदेश की मुस्लिम राजनीति को जोड़ कर देखा जाना कोई अर्थहीन संकेत नहीं माना जा सकता है।

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