Wednesday, March 31, 2010

सांसद योगी ने दलितों का झंडा उठाया



(sansadji.com)

गोरखपुर (उ.प्र.) के भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ कुशीनगर जिला प्रशासन से नाराज हैं। उनका कहना है कि इस जिले में धर्मांतरण धर्मांतरण की गतिविधियां तेज हो रही हैं। मुसहर जाति के लोग सरकारी योजनाओं से वंचित किए जा रहे हैं। खाद्यान्न घोटाले को छिपाया जा रहा है। वह इसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। इन मामलों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए सांसद योगी कहते हैं कि हिंदुओं की मासूम बच्चियों को निशाना बनाया जा रहा है। बलात्कार और उनकी हत्याएं की जा रही हैं, परन्तु यहां का जिला प्रशासन अपने में मस्त है। योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है और महादलित लोग योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहे हैं। कुशीनगर में दलित विकास के लिए हिंदू युवा वाहिनी एवं विश्व हिंदू महासंघ द्वारा जनपद मुख्यालय पर किए जा रहे धरना प्रदर्शन के मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि जिलाधिकारी जनरल डायर बनने की कोशिश न करें। अगर वंचित वर्ग जाग जाएगा और हथियार उठा लेगा तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी। कुशीनगर की धरती भगवान बुद्ध, महावीर जैसे लोगों को पैदा करती है और इस धरती के लोगों को कीड़े-मकोड़े समझने वालों को कीड़े मकोड़े की तरह रौंदना भी जानती है। दलित समाज विकास से वंचित है। भ्रष्ट अधिकारियों ने अपनी कार्यप्रणाली नहीं बदली तो वे लोग चैंबर में घुसकर कार्यप्रणाली सिखाएंगे। मैं जिले में आया हूं तो सैकड़ों लोगों ने अपनी पीड़ा सुनाई है। इससे पता लगता है कि जिलाधिकारी गरीबों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते हैं। कुशीनगर में हुए खाद्यान्न घोटाले की सीबीआई जांच नहीं कराई जा रही है। अब वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। हर हाल में अरबों के इस घोटाले की जांच होनी चाहिए। वह स्वयं इस मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए प्रयासरत हैं। उनका प्रयास है कि पूरे देश में हुए खाद्यान्न घोटाले की जांच हो। एक सोची-समझी रणनीति के तहत कुछ लोगों को बचाने के लिए जांच सूची से कुशीनगर के खाद्यान्न घोटाले का जिक्र हटा दिया गया है। यदि सरकार यहां के घोटाले की जांच नहीं कराती है तो वह अदालत की शरण में जा सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गरीबों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। मुसहर जातियां आज भी भुखमरी की शिकार हैं। मौजूदा सरकार और प्रशासन दोनों खामोश हैं। सांसद योगी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान देश में धर्मांतर में तेजी से वृद्धि हुई है। इससे कुशीनगर भी अछूता नहीं रह पाया है। यहां का जिला प्रशासन मुस्लिम तुष्टीकरण का पोषक बनकर धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहा है। वर्ष 2004 तक पांच राज्यों में फैले नक्सली आज 23 राज्यों में अपना मजबूत नेटवर्क खड़ाकर देश के समक्ष संकट बने हुए हैं। महंगाई और भ्रष्टाचार से जनता को राहत पहुंचाने में केंद्र सरकार पूरी तरह विफल साबित हो रही है। प्रदेश के गरीब जिलों में शुमार कुशीनगर में भूख से पांच सौ से अधिक मौते हुई हैं। बावजूद इसके प्रशासन की संवेदनहीनता के कारण यहां के दलित व मुसहर मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।

No comments: