Wednesday, March 31, 2010
लालू को माला, पासवान को पगड़ी
(sansadji.com)
बिहार में इन दिनों सारन के राजद सांसद एवं पार्टी सुप्रीमो तथा लोजपा क्षत्रप रामविलास पासवान की एकजुटता नीतीश सरकार के लिए चुनौती बनती जा रही है। लालू को माला, पासवान को पगड़ी के मुहावरे दुहराए जाने लगे हैं। पूरे बिहार में घूम-घूमकर दोनों पार्टी सुप्रीमो जदयू की राह में रोड़े बिछाने में जुट गए हैं। जदयू अध्यक्ष शरद यादव का मनोमालिन्य अभी सिर्फ मीडिया की चर्चाओं तक है, भीतरी हकीकत जस की तस बनी हुई है। पार्टी सांसद ललन सिंह का नीतीश से मनमुटाव भी यथावत है। मोकामा घोसवरी के चाराडीह मैदान में आयोजित बाबा चौहरमल महोत्सव में राजद सुप्रीमो एवं सांसद सारन लालू प्रसाद तथा लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने एकजुटता बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि अभी तक उनके अलग होने का फायदा विरोधियों को मिलता रहा है, परंतु अब ऐसा नहीं होगा। लालू प्रसाद ने केन्द्र सरकार पर महिला आरक्षण विधेयक में दलितों-पिछड़ों की उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा कि साजिश के तहत दलितों-पिछड़ों की आवाज बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। दलितों और पिछड़ों का विकास शिक्षा से ही संभव है। नीतीश के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि अधिकार मांगने पटना पहुंचने वालों को पानी से भिगोकर लाठियों से पीटा जाता है। रामविलास पासवान ने भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दरवाजे पर विनाश देख सरकार की बुद्धि भ्रष्ट हो गयी है। महादलितों को तीन डिसमिल जमीन और रेडियो-ट्रांजिस्टर का प्रलोभन देकर सरकार बाईस्कोप दिखा रही है। पासवान जाति सरकारी दया की मोहताज नहीं है। इससे पूर्व लालू-रामविलास को माला और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। समारोह स्थल पर भीड़ से गदगद लालू-रामविलास ने कहा कि चुनाव के बाद बिहार में उनकी सरकार बनेगी।
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