Wednesday, March 31, 2010

सांसद कबीर ने नारा लगाया... लालगढ़ जिंदाबाद!!


(sansadji.com)

तृणमूल कांग्रेस सांसद कबीर सुमन अपनी बात पर अड़ गए हैं। लालगढ़ जिंदाबाद का नारा लगाते हुए सांसद ने मनाने पहुंचे तृणमूल कार्यकर्ताओं को निराश कर दिया। बोले कि अब वे पार्टी छोड़ने के फैसले पर पुनर्विचार नहीं करेंगे, लेकिन गण आंदोलन से जुड़े रहेंगे। सांसद के बेहला स्थित आवास पर जब पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनसे मिलने पहुंचे तो कबीर ने कहा कि आत्म सम्मान देकर राजनीति करने वाले और लोग होंगे, सुमन उनमें से नहीं है। वे साधारण आदमी हैं और तृणमूल कांग्रेस से नाता तोड़कर आम आदमी की हैसियत में आ गए हैं। अब संगीत का रियाज करुंगा और स्वास्थ्य पर ध्यान दूंगा। उम्र 61 वर्ष हो गई है, बावजूद इसके गण आंदोलन से जुड़ा रहूंगा। उनकी कभी किसी राजनीति दल में आने की इच्छा नहीं थी, लेकिन ममता ने न सिर्फ सिंगुर व नंदीग्राम आंदोलन में उनका इस्तेमाल किया बल्कि वामो शासन के खिलाफ गाए गानों के नारे बनाकर लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। ममता ने मुझे पार्टी में अतिथि बताया। मैं तो कभी तृणमूल का सदस्य नहीं बनना चाहता था, लेकिन ममता के कई बार के आग्रह के बाद मैं सदस्य बना। सांसद बनने के बाद दास जैसा व्यवहार हो रहा था। मैं पार्टी में कहीं मां- माटी- मानुष की झलक नहीं देख पा रहा हूं। मेरे संसदीय क्षेत्र में होने वाले रेल कार्यक्रमों में भी मुझे आमंत्रित नहीं किया गया। आखिर कितनी उपेक्षा बर्दाश्त करता जबकि यह मेरे स्वभाव में नहीं है। मैं कल भी चाहता था और आज भी चाहता हूं कि अगले विधानसभा चुनाव में माकपा की विदाई हो और तृणमूल नेत्री ममता बनर्जी मुख्यमंत्री बनें। कबीर ने समर्थकों की मौजूदगी में लालगढ़ जिंदाबाद, छत्रधर महतो जिंदाबाद, गण आंदोलन जिंदाबाद के नारे लगाए।

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