Sunday, April 4, 2010

सांसद अमर ने फिर सोनिया को सराहा


(sansadji.com)

सांसद अमर सिंह अपनी प्रतिक्रियाओं में लगातार प्रशंसा का पुट लगाते हुए कांग्रेस, खासतौर से सोनिया गांधी के प्रति मुफ्त की नरमी बरत रहे हैं। गाजियाबाद में उन्होंने जहां मनरेगा पर सोनिया गांधी को बधाई दे डाली, वही सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह और सांसद रामगोपाल यादव के खिलाफ उन्हीं पुराने जुमलों को एक बार फिर इस्तेमाल किया।
सांसद अमर सिंह ने कहा कि महिला आरक्षण बिल पर मुलायम सिंह बेमतलब की बात करते हैं। जब उनको महिलाओं से इतनी ही नफरत है तो उन्होंने अपनी पार्टी से आईपीएस व आईएएस अधिकारियों की पत्नियों को विधायक और सांसद क्यों बना रखा है। मुलायम सिंह को हर महिला की इज्जत करनी चाहिए। वह और उनके अनुज रामगोपाल यादव कंप्यूटर और अंग्रेजी शिक्षा के विरोधी हैं। उनकी पार्टी में भी इसका विरोध है, लेकिन वह अपने घर-परिवार के लोगों को विदेश में पढ़ने के लिए भेज देते हैं। जब वह कंप्यूटर और अंग्रेजी के इतने कट्टर विरोधी हैं तो अपने पुत्र अखिलेश यादव (कन्नौज के वर्तमान सपा सांसद एवं पार्टी के यूपी अध्यक्ष) को आस्ट्रेलिया, अपने भाई शिवपाल के पुत्र तेजू तथा दूसरे पुत्र पथिक को इंग्लैंड क्यों भेजते हैं पढ़ने के लिए? उनकी शिक्षा नीति किसी स्नातक पास युवक को चपरासी तो बना सकती है, लेकिन उसे साहब नहीं बना सकती। दरअसल, वह चाहते ही नहीं कि ग्रामीण बच्चे आधुनिक शिक्षा के संवाहक बनें।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार योजना के बहाने सांसद अमर ने सोनिया गांधी की प्रशंसा की। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के प्रति उनका ये रुख पिछले कुछ दिनों में कई तरह से उलटता-पुलटता रहा है। क्षत्रिय महासभा की दिल्ली रैली में उन्होंने कांग्रेस का पक्ष लेते हुए सांसद जया बच्चन और अमिताभ बच्चन पर निशाना साधा तो दक्षिण के एक कार्यक्रम में पहुंच कर उनके प्रहार का रुख बिग बी समर्थक और कांग्रेस को नसीहत देने वाला हो गया था। अब एक बार फिर उन्होंने कांग्रेस का पसंदीदा बयान दे डाला है। ये भी गौरतलब होगा कि पिछले लंबे समय से वह जहां सपा पर लगातार प्रहार कर रहे हैं, सपा की ओर से उनके खिलाफ लगातार कोई बयान नहीं आ रहा है। यानी सपा ने उनके प्रति पूरी तरह से चुप्पी की नीति अख्तियार कर ली है। सूत्रों का कहना है कि सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने स्वयं इस तरह की हिदायत पार्टी के लोगों को दे रखी है। उसके पीछे पार्टी का ऐसा सोचना बताया जाता है कि सपा की ओर से उनके संबंध में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करते ही खामख्वाह न्यूज सेंस क्रिएट होगा और मीडिया ऐसे बयानों को ले उड़ता है। इस पब्लिसिटी स्टंट से कुल मिलाकर अमर सिंह को ही फायदा पहुंचेगा। इसलिए एक चुप तो हजार चुप। कहावत भी है कि एक चुप्पा, सौ बोलने वालों को हरा देता है।

No comments: