Thursday, March 18, 2010

अब पर्यावरण के मोर्चे पर जुटेंगे देश के सांसद



(sansadji.com)

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की अध्यक्षता में हुई संसदीयफोरम की बैठक के बाद सांसदों को निर्देश दिए गए हैं कि वेअपने निर्वाचन क्षेत्रों में ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जनता कोजागरूक बनाएंगे। थिम्पू में अगले महीने जलवायु परिवर्तनपर होने वाली दक्षेस बैठक से पूर्व ग्लोबल वार्मिंग पर बहस कोआगे बढ़ाते हुए सांसदों को यह निर्देश दिया गया है। पर्यावरणमंत्री जयराम रमेश ने फोरम के सांसदों को नई जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा है कि उन्हें अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रोंमें जनता को ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जागरूक करना है ताकि मुद्दे की गंभीरता को आम आदमी को समझाया जासके। ग्लोबल वार्मिंग एवं जलवायु परिवर्तन पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहन विचार विमर्श हो रहा है लेकिन दक्षिणएशिया चूँकि विश्व में एक नई उभरती ताकत है, ऐसे में इस क्षेत्र को केन्द्र में रखते हुए ग्लोबल वार्मिंग पर अलग सेबात करने की जरूरत है। बैठक में मौजूद वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता डी. राजा ने कहा कि इस फोरम को संसद में बहसका सशक्त जरिया बनाया जाए ताकि सरकार की नीतियों पर प्रभाव डाला जा सके और सरकार को अधिकजवाबदेही वाली भूमिका में खड़ा किया जा सके। जयराम रमेश ने बताया कि यह फोरम बाहर के देशों के फोरमों केसाथ मिलकर ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दे को आगे बढ़ाएगा। भविष्य में फोरम के सांसदों को जलवायु परिवर्तन परहोने वाली अंतरराष्ट्रीय बैठकों में आधिकारिक प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा भी बनाया जाएगा। बैठक में राज्यसभासांसद . संपत ने बिजली बचाने पर जोर देते हुए कहा कि अधिक से अधिक संख्या में लोग गर्मी के मौसम मेंएयर कंडीशनरों पर निर्भर होते जा रहे हैं जिसे कम किए जाने की जरूरत है। बैठक में पूर्वोत्तर के सांसदों ने क्षेत्र मेंघटते हिमपात को लेकर चिंता जतायी। राज्यसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इस बात पर जोर दिया कि फोरमके जरिए होने वाली बातचीत को महज जबानी जमा खर्च तक सीमित नहीं रखा जाए बल्कि इसे परिवर्तन काहथियार बनाया जाए। उन्होंने पूर्व सांसदों को भी इस फोरम में शामिल किए जाने का सुझाव दिया। वरिष्ठलोकसभा सदस्य भृतुहरि मेहताब ने इस बात पर जोर दिया कि फोरम को सरकार के साथ मिलकर नीति निर्धारणमें भूमिका अदा करनी चाहिए। बैठक का मकसद कुल मिलाकर सांसदों को ग्लोबल वार्मिंग पर चल रही बहस मेंप्रभावशाली ढंग से शामिल करने पर ध्यान केन्द्रित करना था।

2 comments:

समयचक्र said...

यह कुल मिलकर नेताई संकल्प दिख रहा है ....

Udan Tashtari said...

कुछ तो कायदे का काम करेंगे.