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(sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम)
देर शाम कांग्रेस ने तृणमूल कांग्रेस की तुनक-फुनक-फुफकार से असहमति जताते हुए साफ कर दिया कि राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर मतदान के बारे में पार्टी को सूचना नहीं दी गयी थी। संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल ने बताया कि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के सचेतक मुकुल रॉय को इस बारे में पत्र लिखा था कि कल सदन में विधेयक लाया जाना है। रॉय को उचित कदम उठाने का सुझाव दिया गया था। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व आज दिन में ममता बनर्जी ने कह दिया था कि उनकी पार्टी ने कभी भी इस बिल का विरोध नहीं किया। राज्यसभा में महिलाओं के लिए 33 फीसदी का आरक्षण क्यों नहीं होना चाहिए? उनकी पार्टी महिला आरक्षण विधेयक का सैद्धांतिक रूप से समर्थन करती है। हमें मतदान की सूचना नहीं दी गई थी।
लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने संबंधी विधेयक के कानून बन जाने की स्थिति में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने पुरुषों के हाशिये पर चले जाने की आशंका व्यक्त की और इसके जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मजाकिया लहजे में कहा कि तब पुरुषों के लिए भी आरक्षण हो जाएगा। लोकसभा में बुधवार को सपा, राजद और जद यू सदस्यों के भारी हंगामे के कारण बैठक स्थगित हो जाने पर तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी के निकट सहयोगी कल्याण बनर्जी ने वहां मौजूद सोनिया से कहा कि महिलाओं को सदन में 33 प्रतिशत आरक्षण मिलने के अलावा वे सामान्य सीटों से भी चुनकर आ सकती हैं और ऐसी स्थिति में उनकी संख्या 33 प्रतिशत से कहीं अधिक हो जाएगी। इस पर सोनिया गांधी ने कहा कि तब भी पुरुष ही हावी रहेंगे।
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