Wednesday, March 10, 2010

लालू और मुलायम बोले.....अभी नहीं, अविश्वास प्रस्ताव फिर कभी!



नहीं थमा हंगामा, लोकसभा कल सुबह तक स्थगित
सांसदों के निलंबन पर राजद-सपा का विरोध जारी
लोकसभा में लालू-मुलायम-शरद के नारे गूंजे.....
मॉर्शल बुलाओ-मॉर्शल बुलाओ

(खबर sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम से)


महिला आरक्षण बिल पेश करने के दौरान कल निलंबित किए सात सांसदों की वापसी की मांग को लेकर लोकसभा में जब दोपहर दो बजे बाद भी हंगामा नहीं थमा तो सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामा कर रहे सांसद महिला आरक्षण विधेयक के वर्तमान स्वरूप पर भी विरोध जता रहे थे, साथ ही उसे पारित करा लेने के तरीके पर भी। इस दौरान पहले सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए, फिर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दो बजे सदन में पुनः वही हालात बनने लगे तो सदन को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव तो राज्यसभा में उनके सांसद भाई रामगोपाल यादव विरोध का स्वर तेज किए हुए थे। लोकसभा में आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मुलायम सिंह यादव, राजद प्रमुख लालू प्रसाद और जद यू अध्यक्ष शरद यादव के नेतृत्व में उनकी पार्टियों के सांसद आसन के सामने आकर राज्यसभा में कल मार्शलों द्वारा कुछ सदस्यों को जबरन सदन से बाहर किये जाने पर कड़ा विरोध जताते हुए नारेबाजी करने लगे.....मार्शल बुलाओ, मार्शल बुलाओ। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सदन मध्याहन तक स्थगित होते ही कांग्रेस के कई सदस्य सदन में मौजूद सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास जाकर उन्हें राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर बधाई देने लगे। इस बीच लोकसभा अधिकारी कल जैसे हालात के अंदेशे में सामान समेटने लगे। जब 12 बजे सदन शुरू हुआ तो फिर वही हालात। कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी। दो बजे भी हंगामा थमता देख पीठासीन सभापति फ्रांसिस्को सरदिन्हा ने बैठक कल तक के लिए स्थगित कर दी।

उधर, वाया मीडिया आज सुबह से ही केंद्र सरकार के खिलाफ तेजी से उड़ी अविश्वास प्रस्ताव संबंधी चर्चाओं की उस समय हवा निकल गई, जब राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा कि मैं कैसे ला सकता हूं अविश्वास प्रस्ताव, मेरे पास तो चार ही सांसद हैं। मुलायम सिंह ने भी इनकार कर दिया। लालू यादव कहते हैं कि ऐसा कोई फैसला हुआ ही नहीं है। यह गलत जानकारी है। हालांकि हमने राष्ट्रपति से मिलने का समय जरूर मांगा है, लेकिन उन्हें अभी तक उधर से कुछ बताया नहीं गया है। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने कह दिया कि अब तक ऐसा कुछ भी नहीं है, हमें पहले इसके बारे में अपने बीच फैसला करना होगा और उसके बाद ही हम अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं। हमारे पास इसके लिए अपेक्षित संख्या में सांसद ही नहीं। गौरतलब है कि इससे पहले मुलायम सिंह के अविश्ववास प्रस्ताव लाने की चर्चा थी। राष्ट्रपति से मुलाकात संबंधी अटकलों को भी सपा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया। राजद-सपा के निलंबन संबंधी प्रश्न पर दोनों नेता जरूर काफी रोष में दिखे। उधर, आरक्षण बिल राज्यसभा में प्रस्तुत करने के दौरान सभापति हामिद अंसारी से उलझने वाले सांसदों के संबंध में भाजपा-माकपा के वरिष्ठ सांसदों का कहना था कि निलंबित सातों सांसद सभापति से माफी मांगें। जबकि निलंबित सांसद कमाल अख्तर और नंदकिशोर यादव का कहना है कि वे माफी नहीं मांगेंगे। क्यों माफी मांगे? माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। हमारा निलंबन वापस हो या नहीं, हम माफी नहीं मांगेंगे। जिस तरह से उन्हें मार्शल बुलाकर सदन से बाहर निकाला गया, उसके लिए सरकार को उनसे खुद माफी मांगनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि सातों सांसदों को राज्यसभा से पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। जिस पर आज भी सुबह से लोकसभा में गतिरोध बना हुआ है। संभावना ये भी जताई जा रही है कि बात बन जाएगी और निलंबन वापस हो सकता है। राज्यसभा में आज सुबह सपा और राजद सांसदों ने निलंबन वापसी लेने की मांग करते हुए सदन से वॉक ऑउट कर दिया। सपा नेता रामगोपाल यादव ने सुबह 11 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद सभापति हामिद अंसारी से सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक सांसदों का निलंबन वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उनकी पार्टी संसद का बहिष्कार जारी रखेगी। उधर लोकसभा में भी इसी मसले पर इतना हंगामा हुआ कि सदन की कार्यवाही पहले 12 बजे तक, फिर दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।

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