![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjYW1H4u3stcrkYkOFh4IQFl_L9bN4nxMpmH0UV60PAsLFAalJu8FvsFUUKpgbRDcsOSt-cOcED27hKR6Bmskx9pdqOX0RcLGpBn3Bs0I4FubVnOXbIPJG1b-NnfTL3xfAzAmraCUjdYc8/s320/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AD%E0%A4%BE-%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%A8%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%A6,++%E0%A4%85%E0%A4%B2%E0%A5%80,+%E0%A4%B8%E0%A4%AA%E0%A4%BE.jpg)
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgSCaY1eZ35zGl2PEptLuHjpimMOS2E0-6xiFyzxow5AHDHI0nbF7X8IrRGsCX0JWysypHWnwbTNSbR7vj1yzyEbxCi-wVTBZSpf1LKDKCBHAIeL3zpG6eqVLrBpbTalVFiCsvX3uerJJk/s320/%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%B8%E0%A4%A6+%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%B0+%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BE,+%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%9C%E0%A4%AB%E0%A5%8D%E0%A4%AA%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A4%97%E0%A4%B0.jpg)
मेरठ में शाम बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं पार्टी सांसद मुनकाद अली की बेटी की शादी मुजफ्फरनगर के सांसद कादिर राणा के बेटे से रचायी गई। रंग में भंग उस समय पड़ा, जब दिल्ली रोड स्थित जेपी रिसोर्ट पर सजा-धजाकर खड़े किए दो हाथी बौरा गए। लाल-नीली बत्तियों की चकमक और हूटरों के शोर ने उनका माथा खराब कर दिया। इससे वैवाहिक समारोह में रात नौ बजे भगदड़ मच गयी। हाथियों ने रौद्र रूप धारण करते हुए लगभग चार दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए। वीआईपी अपनी जान बचाकर भागे। काफी देर के बाद हाथी पर काबू पाया गया।
समारोह में उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों और आला अधिकारियों का जुटान था। सिंचाई मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामवीर उपाध्याय, अवधपाल सिंह आदि जमा थे। रिसोर्ट के मुख्य द्वार पर के स्वागत के लिए 13 हाथी, 15 ऊंट और 42 घोड़े सजाकर खड़े किए गए थे। देर रात धूमधाम से चल रहे इस वीआईपी समारोह में उस समय खलल पड़ गया, जब शादी में हूटर बजाती हुई एक आईजी की गाड़ी आई और एक हाथी का माथा बिगड़ गया। सबसे पहले उसने एक मंत्री की एस्कोर्ट में चल रही पुलिस की गाड़ी का हुलिया बिगाड़ा। बिगड़े हाथी को संभाल पाना महावत के बूते नहीं रहा। तभी एक और हाथी भड़क उठा। इसके बाद तो बेकाबू हाथियों ने सड़क पर ऐसी ऊधम मचाई कि किनारे पर चारो तरफ भगदड़ मच गई। जो जहां था, वहीं से जान बचाकर भागने लगा। आधा घंटे तक दिल्ली-मेरठ हाईवे पर भगदड़ मची रही। इससे पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गये। किसी तरह बेकाबू गजराजों पर काबू पाया जा सका। इस दौरान कुछ लोग चुटकी लेते सुने गए कि हाथियों की इतनी भी तमीज नहीं कि वे बसपा के वीआईपी प्रतीक हैं। उल्लेखनीय है कि हाथी बसपा का प्रतीक चिह्न है।
sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम से साभार
1 comment:
वी आई पी प्रतीक अपनी औकात पर आ गये..:)
Post a Comment