![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiLG6gEKNQqAU7JxqaLFalIeC56Anm9UhG6FHba6irf9JlT-La0YlaViNDT1A6TByBl1WN-EzbTVBoIT0V0JsJuRxrZXUrVyLv__SxhO0_f5WkqTJw7660pBm7lbVz3_mMC6IZxy7YIPpY/s320/%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%A7.jpg)
आँधी के झूले पर झूलो
आग बबूला बन कर फूलो
कुरबानी करने को झूमो
लाल सबेरे का मुंह चूमो
ऐ इन्सानों ओस न चाटो
अपने हाथों पर्वत काटो
जीवन पीकर प्यास बुझालो
रोटी तुमको राम न देगा
वेद तुम्हारा काम न देगा
जो रोटी का युद्ध करेगा
वह रोटी को आप वरेगा ।
-गजानन माधव मुक्तिबोध
No comments:
Post a Comment