Sunday, February 22, 2009

अय्याश और बलात्कारी आतंकवादी




कश्मीर में मुस्‍लिम महिलाएं भी दमन की शिकार हैं. आसूचना एजेंसी की रिपोर्ट में आतंकवादियों द्वारा हिन्‍दू एवं मुस्‍लिम लड़कियों की हत्‍या और बलात्‍कार के विस्‍तृत ब्‍यौरे मिलते रहते हैं. साजदा हुसैन साजदा नामक महिला का सामूहिक बलात्‍कार किया गया. लाश बारामूला जिले में झेलम नदी के पास बरामद की गई. शम्‍मा मुफ्ती नामक एक 17 वर्षीय लड़की का अपहरण डोडा जिले से किया गया. अपहरणकर्ता पहले उसे अनंतनाग ले गए. उसे सुरक्षाबलों द्वारा बचाया गया. इसी प्रकार आतंकवादियों ने मुहम्‍मद सुल्‍तान की बेटी जरीफा और उसके भाई बशीर अहमद का अपहरण कर लिया क्‍योंकि उन्‍होंने जरीफा के माता-पिता पर किसी आतंकवादी से अपनी बेटी का निकाह करने का दबाव डाला था। जब मुहम्‍मद सुल्‍तान ने एक उग्रवादी से अपनी बेटी की शादी करने से इंकार कर दिया तो उसका और उसके भाई का अपहरण कर लिया गया। उसके भाई बशीर की हत्‍या कर दी गई और बाद में जरीफा की शादी जबरन एक आतंकवादी से कर दी गई। इसी क्षेत्र की एक और लड़की शकीना का भी अपहरण किया गया. कई दिनों तक उसके साथ सामूहिक बलात्‍कार करने के बाद बहशियों ने उनके गुप्‍तांगों को काट डाला. बाद में शकीना का शव बारामूला में पाटन से बरामद किया गया. बांदीपुर की हसीना का भी यही हश्र हुआ. उसका शव पुलिस ने इकबाल पार्क, श्रीनगर से बरामद किया. अल-उमर-गुट के एक आतंकवादी ने एक मुस्‍लिम महिला और उसकी बेटी का अपहरण श्रीनगर में शजाकदाल स्‍थित उसके घर से कर लिया. उस मां और बेटी पर पुलिस का इनफार्मर होने का आरोप था जिसके कारण अलउमर के मुखिया मुश्‍ताक अहमद जरगार उर्फ लटरम की गिरफ्तरी हुई. इसी गुट के सदस्‍यों ने उसके घर में आग लगा दी. इसी प्रकार बारामूला की डॉली मिस्‍कीन बाग़ (श्रीनगर) की गुड्डी 18 वर्षीय रफीका, कलासपोरा के असादुल्‍लाह की बेटी आइशा अमीन, जिला शिक्षा अधिकारी तथा 400 अन्‍य महिलाओं का अपहरण किया गया. बलात्‍कार किया गया, हत्‍या कर दी गई।पूर्व में कश्‍मीरी हिन्‍दू लड़कियों के साथ भी आतंकवादियों ने यही व्‍यवहार किया। एक पंडित लड़की सरला भट्ट का अपहरण कर लिया. सोऊरा आयुर्विज्ञान संस्‍थान में नर्स थी। कहा जाता है कि उसकी हत्‍या कर दी गई और उसके शव को श्रीनगर में सड़क पर फेंक दिया गया। 33 वर्षीय प्रणगंजू और उसके पति प्रोफेसर के.एल. गंजू का अपहरण सोपोर से कर लिया गया। दोनों की हत्‍या कर दी गई और उनकी लाशें नदी में तैरती पाई गईं। यही नहीं सोपोर की बबली रैना की हत्‍या उसके परिवार के सदस्‍यों की आंखों के सामने कर दी गई। पुलिस रिकार्ड के अनुसार हत्‍या के पूर्व उसके साथ वीभत्‍स बलात्‍कार किया गया। अनंतनाग जिले की आशा कौल का अपहरण किया गया और बाद में उसका शव श्रीनगर के एक सूनसान घर से बरामद किया गया। आतंकवादी श्रीनगर में मोहनलाल के घर में जबरन घुस गए। पहले उनकी पत्‍नी और बच्‍चों के साथ बलात्‍कार किया गया और तत्‍पश्‍चात दोनों को गोलियों से उड़ा दिया गया। पंजाब में बटाला जिले की दीपा के अपहरण और उसको अनेक उग्रवादियों एवं उनके समर्थकों को बेचे जाने की घटना किसी से छिपी नहीं है। इसी प्रकार 12 वर्षीय स्‍कूली लड़की शालू तथा कुपवाड़ा में दारीपुर की गिरिजा के अपहरण के मामले गृह मंत्रालय के रिकार्डों में दर्ज हैं। गिरिजा के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे। कश्‍मीर से हिन्‍दू परिवारों के पलायन कर जाने के पश्‍चात उग्रवादियों ने अपनी हवस को पूरा करने के लिए मुस्‍लिम परिवारों की लड़कियों का अपहरण करना आरम्‍भ कर दिया। माना जाता है कि हजारों की संख्‍या में हिन्‍दू-मुस्‍लिम लड़कियां कश्‍मीर से पलायन कर गईं और दिल्‍ली, जम्‍मू, ऊधमपुर, कलकत्‍ता, लखनऊ, बम्‍बई, बंगलौर जैसी जगहों में अपने रिश्‍तेदारों के साथ रह रही हैं। इनमें से अनेक गर्भवर्ती थीं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यदि एक लाख से अधिक हिन्‍दू परिवारों ने कश्‍मीर से पलायन किया तो 40 हजार से अधिक मुस्‍लिम परिवारों को भी पाकिस्‍तानी एजेंसियों और कश्‍मीरी उग्रवादियों द्वारा घाटी छोड़ने के लिए बाध्‍य किया गया।


2 comments:

seema gupta said...

"अमानवता का ये चित्र दिल दहलाने वाला है......क्या इंसानियत मर चुकी है....जब पढ़कर ही रोंगटे खडे हो जाते हैं दहशत से जिन पर बीती होगी....उफ़.....कितना दर्दनाक मंजर होता होगा.."


Regards

Prem Farukhabadi said...

tan man ko jhijhodta hua lekh.lekh ke liye badhaai.