Wednesday, December 3, 2008

हाय टीआरपी...हाय टीआरपी...








अरे...ये तो खूब बिक रही है.


धड़ाधड़ बिक रही है.


हाथोहाथ बिक रही है.


बेचो-बेचो. सब बेच डालो.


.....आओ-आओ, मिट्टी के मोल ले लो, दोबारा मौका मिले-न-मिले. जो खरीदे उसका भी भला, जो न खरीदे उसका भी. मुंबई का माल है. पाकिस्तान से आया है. वतनफरोशो ने मंगाया है. दाऊद ने पठाया है. हम चैनल वाले इन दिनो रात-दिन बेच रहे हैं. ले लो, ले लो....दनादन बिक रही है, धड़ाधड़ बिक रही है. खबर है खबर. मुंबई की कौन कहे, पूरी दुनिया की बेंच डालेंगे. काश आतंकी यूं ही हमारे देश आते रहें और हमारे चैनल चनाजोर गरम दिनरात गरमाते रहें. किसी का खून खौल रहा है तो खौले. किसी के आंसू नहीं थम रहे तो न थमें. हमे खबर बेचने से मतलब है. हम चीख-चीख कर बेंचेंगे. कूद-कूद कर बेंचेगें. नाच-नाच कर बेंचेगें. बांच-बांच कर बेंचेगें. खूब बिक रही है. टकर-टकर बिक रही है. भकर-भकर बिक रही है. धकाधक बेचो. बेच डालो, बेच डालो.


खबर ले लोोोोोोो.


मुंबई की खबर ले लोोोोोोो.


विज्ञापन दे दोोोोोोोो. विज्ञापन दे दोोोोोोोो.


टीीीीीीी आरपीीीीीीी.


हाय टीआरपी


हाय टीआरपी


हाय टीआरपी


हाय टीआरपी....खबर ले लोोोोोोो. विज्ञापन दे दोोोोोोोो.


उफ्.


अरे...ये तो खूब बिक रही है.
धड़ाधड़ बिक रही है.
हाथोहाथ बिक रही है.
बेचो-बेचो. सब बेच डालो.............

1 comment:

Anil Pusadkar said...

इनका बस चले तो ये वाकई सब बेच डालेंगे।