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हर पार्टी में विरोध, व्हिप के डर से सांसद खामोश।
अंदरूनी विरोध पर भाजपा को सुबह बैठक बुलानी पड़ी।
सुषमा ने कहा- जरूरत पर लोकसभा में भी व्हिप जारी करेंगे।
प्रणब ने कहा, सरकार सर्वदलीय बैठक बुलाने के लिए तैयार।
लालू बोले- बिल का समर्थन 'डेथ सर्टिफिकेट' पर दस्तखत जैसा।
मुलायम ने फिर उठाया राज्यसभा में मॉर्शल के प्रयोग का सवाल
( खबर sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम से)
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा में चर्चा के दौरान आज कहा कि केन्द्र सरकार महिला आरक्षण विधेयक के सभी मुद्दों पर बहस के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएगी। सरकार चाहती है कि इस विधेयक पर सभी मतभेदों को सुलझाकर आम सहमति बना ली जाए। तभी विधेयक लोकसभा में पेश किया जाए। इस मसले पर प्रधानमंत्री भी विरोध करने वाले नेताओं से बात कर चुके हैं। उन्होंने सभी सदस्यों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने का अनुरोध किया। उधर, आज भी हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा (दोनों सदनों) की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। इस बीच विपक्ष की नेता नेता सुषमा स्वराज ने आज कहा है कि उनकी पार्टी ने लोकसभा में भी इसका समर्थन करने का फैसला किया है। इसी संबंध में पार्टी मुख्यालय पर आज सुबह हुई बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने ये निर्णय लिया। बैठक में अरूण जेटली, रमेश बैस, मुरली मनोहर जोशी, अनंत कुमार आदि मौजदू थे। सुषमा ने बताया कि बिल समर्थन के लिए पार्टी एकजुटता के मुद्दे पर जरूरत पड़ी तो व्हिप भी जारी किया जाएगा। उधर, पता चला है कि बिल के स्वरूप से नाराज सांसदों को समझाने-बुझाने के लिए सुबह पार्टी की बैठक हुई थी। पार्टी के कई-एक सांसद भीतर ही भीतर विरोध जताने लगे हैं। विरोध जताने वालों में सांसद योगी आदित्यनाथ, सांसद यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा, हुकुमदेव नारायण आदि हैं। योगी आदित्यनाथ का मानना है कि लोकसभा में बिल के समर्थन के लिए व्हिप जारी करना ठीक नहीं होगा। सांसद हुकुमदेव नारायण चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल में दलित और पिछड़े वर्ग के लिए विशेष प्रावधान होना बहुत जरूरी है। उधर, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज लोकसभा में फिर वही बातें दुहराईं कि वह महिला आरक्षण विधेयक के विरोधी नहीं हैं लेकिन इसमें मुस्लिम और पिछड़े वर्गो की महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। यदि विधेयक में उनकी मांग के अनुसार संशोधन किया जाएगा तो वह उसका समर्थन करेंगे, नहीं तो उनकी पार्टी इसका विरोध जारी रहेगी। सपाध्यक्ष ने राज्यसभा में मार्शलों के इस्तेमाल पर कहा कि उनके भरोसे सदन नहीं चलने दिया जाएगा। राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि विधेयक का समर्थन कर रही सभी पार्टियों के अधिकांश सांसद इसके विरोध में हैं और व्हिप के भय से खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं। पर निजी बातचीत में कई सांसदों ने कहा कि उन्होंने अपने "डेथ सर्टिफिकेट" पर स्वयं हस्ताक्षर कर दिए हैं। राजद महिला विरोधी नहीं है, लेकिन बिल पर आमसहमति बहुत जरूरी है।
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