Friday, April 30, 2010
दलितों की तुलना मंदबुद्धि बच्चों से करने पर संसद में मचा हंगामा
sansadji.com
राज्यसभा में आज कांग्रेस सांसदों ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दलितों की मंदबुद्धि के बच्चों से कथित तुलना करने के मुद्दे को सदन में उठाने की अनुमति को लेकर शोरशराबा और हंगामा किया। इस मुद्दे पर पहले 12.15 बजे सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए और फिर दो बजे तक स्थगित हो गई। कांग्रेस के प्रवीण राष्ट्रपाल ने सदन में शन्यूकाल के दौरान मोदी के वक्तव्य को लेकर मुद्दा उठाने की अनुमति मांगी जिसका अन्य सदस्यों ने समर्थन किया। सदन में जैसे ही भाजपा के ललित किशोर चतुर्वेदी के मुद्दा उठाने के बाद उपसभापति के. रहमान खान ने मार्क्सवादी पार्टी के सांसद पी. राजीव को अर्धसैनिक बलों के लिए बूलेटप्रुफ जैकेट की खरीद में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाने की इजाजत दी, कांग्रेस के राष्ट्रपाल खडे होकर मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दलितों के खिलाफ की गई कथित टिप्पणी का मामला उठाने की अनुमति मांगने लगे। तब खान ने उन्हें बताया कि सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने यह मामला उठाने की अनुमति नहीं दी है। इसपर राष्ट्रपाल उत्तेजित होकर सदन में सभापति के आसन के समक्ष आ गए और कहा कि यह मामला तत्काल महत्व का है। अत: उन्हें यह मामला उठाने की अनुमति दी जानी चाहिए। कांग्रेसी सांसद जयंती नटराजन समेत कई अन्य कांग्रेसी सांसदों ने भी राष्ट्रपाल की मांग का समर्थन किया। खान यह मामला विचाराधीन होने की बात कहकर सदस्यों को शांत करने की कोशिश करने लगे। लेकिन उत्तेजित सदस्यों ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। राज्यसभा जब 12.25 बजे फिर शुरू हुई तो खान ने राजीव से अपना मुद्दा समाप्त करने को कहा और फिर उसके बाद भाजपा की मायासिंह को अन्य विषय उठाने का निर्देश दिया, जो कह रही थी राष्ट्रपाल को मोदी का मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इस दौरान कांग्रेसी और भाजपा सदस्य बहुत उत्तेजित हो गए। कांग्रेसी सदस्य इस मुद्दे को उठाने की मांग कर रहे थे तो भाजपा सदस्य राष्ट्रपाल की मांग का पुरजोर से विरोध करने लगे। इसके बाद उपसभापति ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
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