Thursday, April 29, 2010

संसद में आज घपलों-घोटालों पर उठेंगे सवाल!


sansadji.com

संसद में आज गूंजने वाले सैकड़ों सवालों में एक महत्वपूर्ण प्रश्न सांसद राधामोहन सिंह का है। उन्होंने विधि एवं न्याय मंत्री से जानना चाहा है कि क्या सरकारी राजकोष के करोड़ों रुपये के घोटालों जैसे झारखंड राज्य की विभिन्न परियोजनाओं के विकास के लिए निर्धारित करोड़ों रुपये की हेकाफेरी तथा दिल्ली नगर निगम में उजागर हुई फर्जी नियुक्तियों, जैसा कि मीडिया में खबरें आई हैं, के संबंध में घोटालों से संबंधित वर्तमान कानून ऐसे मामलों से निपटने में पर्याप्त हैं? ऐसे घपलों से निपटने के लिए नए अधिक कठोर कानून बनाने तथा सरकारी राजकोष की भारी राशि के दुरुपयोग, हेराफेरी वाले मामलों में तेजी से कानूनी प्रक्रिया अपनाने के लिए देश भर में विशेष न्यायालयों की स्थापना के लिए सरकार द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं?
सपा सांसद सुशीला सरोज वस्त्र मंत्री से जानना चाहती हैं कि गत तीन वर्षों में सरकार द्वारा हथकरघा, कालीनों तथा परिधानों के लघु तथा मध्यम निर्यातकों को प्रदान की गई सुविधाओं का ब्योरा क्या है? इसी पार्टी के सांसद नीरज शेखर ने रेल मंत्री ममता बनर्जी से जवाब मांगा है कि क्या रेलवे का रक्सौल-बीरगंज रेल मार्ग पर सेवाएं शुरू करने का कोई प्रस्ताव है? सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने पेट्रोलियम मंत्री से पूछा है कि क्या पिछले पांच वर्षों में देश के शोधन क्षमता में महत्वपूर्ण विस्तार होने के बावजूद कच्चे तेल और तेल शोधन उत्पादों के मूल्य के बारे में अनिश्चितता है? रालोद के संजय सिंह चौहान ने पूछा है कि क्या सरकार राष्ट्रीय वस्त्र नीतन तैयार करने की प्रक्रिया में है और इसके अंतर्गत किन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है?
इनके अलावा कुमारी सरोज पांडेय, श्रीमती मीना सिंह, राजकुमारी रत्ना सिंह, खिलाड़ी लाल बैरवा, कादिर राणा, घनश्याम अनुरागी, के.सी.सिंह बाबा, संजय सिंह चौहान हुक्मदेव नारायण यादव, देवजी एम.पटेल, पकौड़ी लाल, कमल किशोर कमांडो, डॉ.मुरली मनोहर जोशी, धनंजय सिंह, शैलेंद्र कुमार, जगदंबिका पाल, रविंद्र कुमार पांडेय, कैलाश जोशी, प्रो.रामशंकर कठेरिया, ओमप्रकाश यादव, वरुण गांधी, मनीष तिवारी, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, नरहरि महतो, वैद्यनाथ प्रसाद महतो, डॉ.भोला सिंह, प्रदीप मांझी, अर्जुन मुंडा, श्रुति चौधरी, प्रेमचंद् गुड्डू, इज्यराज सिंह, गोरखप्रसाद जायसवाल आदि के सवालों के जवाब भी आज संबंधित विभागों के मंत्रियों को देने हैं।
लोकसभा में आज रसायन और उर्वरक, नागर विमानन, कॉरपोरेट कार्य, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, भारी उद्योग और लोक उद्यम, विधि और न्याय, अल्पसंख्यक मामले, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, रेल, इस्पात, वस्त्र मंत्रालय से संबंधित मंत्रीगण सांसदों के प्रश्नों के जवाब प्रस्तुत करेंगे। लंबे समय बाद सदन में परसों उपस्थित रहे एस.अलागिरी का प्रश्न भी पेट्रोलियम मंत्रालय की पाइप लाइन में है। उन्होंने जानना चाहा है कि क्या चीनी के उत्पादन में कमी, इसके मूल्य में वृद्धि तथा पर्याप्त मात्रा में शीरा उपलब्ध न होने के कारण इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम का कोई लाभ नहीं मिल सका है?

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