Friday, March 19, 2010
अब दिल्ली की संसद होगी ग्रीन-ग्रीन
लोकसभा अध्यक्ष की प्राथमिकताओं में एक है संसद भवनको प्रदूषण की मार से बचाना।
स्पीकर के सुझावों से पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश भीसहमत।
संसद परिसर में बैटरी चालित वाहनों को ही प्रवेश देने कीसंभावनाओं पर मंत्रणा।
(sansadji.com)
पर्यावरण की मार से कोई अछूता नहीं, फिर देश का आलीशान संसद भवन अप्रभावित कैसे रह सकता है। तो जानलीजिए कि अब इस भवन का आवरण हरित-वर्णी होने जा रहा है। ऐसा इमारत को पर्यावरण प्रदूषण के बढ़तेखतरे से बचाने के लिए किया जाएगा। पिछले दिनो जलवायु परिवर्तन पर संसदीय फोरम की बैठक में लोकसभाअध्यक्ष मीरा कुमार ने यह मसला रखा था कि संसद परिसर में लगातार वाहनों की आवाजाही बढ़ती जा रही है।इससे संसद की इमारत प्रदूषण प्रभावित हो रही है। आगे इमारत के वास्तुशिल्प पर भी इस प्रदूषण का प्रभाव पड़सकता है। बताया जाता है कि संसद भवन को प्रदूषण से बचाने के लिए निकट भविष्य में संसद परिसर में बैटरीचालित बाहन ही प्रवेश कर पाएंगे, ताकि इसकी खूबसूरती बनती रहे। अभी इस संबंध में कोई अंतिम निर्णय नहींलिया जा सका है। बताया गया है कि केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश भी मीरा कुमार के सुझावों से सहमतहैं। पता चला है कि सदन परिसर में बिजली का इस्तेमाल घटाने के उद्देश्य से लोकसभा अध्यक्ष ने रोशनी के लिएसिर्फ सौर ऊर्जा के इस्तेमाल की ऊर्जा मंत्री फारूक अब्दुल्ला से जरूरत जताई है। संसद भवन को इन दिनों ग्रीनक्षेत्र बनाने पर अधिक जोर दिया जा रहा है और इसी के तहत परिसर में ग्रीन कवर को घना करने, पुराने वृक्षों कीविशेष देखभाल करने तथा जलाशयों और फव्वारों को पानी से भरा रखने को खास तव्वजो दी जा रही है।
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