Thursday, March 18, 2010

पवार बोलेः सत्यव्रत का मामला अब समाप्त!



(sansadji.com)

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कांग्रेस नेता सत्यव्रतचतुर्वेदी द्वारा अपने खिलाफ की गई टिप्पणियों से उठेविवाद को आज दिल्ली में यह कह कर टालने की कोशिशकी कि यह मामला अब समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा किइस मामले में अब और कुछ बोलने की जरूरत नहीं है।मुझे लगता है कि इसे अधिक महत्व देने की आवश्यकतानहीं है। कृषि मंत्री कहते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने इस भावनाके साथ निर्णय किया है कि टिप्पणियां अच्छी नहीं थीं। मेरेलिये, यह मामला खत्म हो चुका है। तीन दिन पहले एक टीवी चैनल पर महंगाई के संदर्भ में पवार के खिलाफआपत्तिजनक टिप्पणियां करने की वजह से चतुर्वेदी को कांग्रेस ने प्रवक्ता के पद से हटा दिया है। चतुर्वेदी कांग्रेसकार्य समिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य हैं और पार्टी के प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के प्रभारी भी हैं। इन दायित्वों का वहनिर्वाह करते रहेंगे। सत्यव्रत चतुर्वेदी को जिस दिन पार्टी कार्यालय में अपने नए और बड़े कक्ष में प्रवेश करना था, उसी दिन उनसे पार्टी प्रवक्ता का पद छीन लिया गया। हालांकि, कांग्रेस के सभी प्रकोष्ठों के प्रभारी होने के नाते वेएआईसीसी के दफ्तर में अपने नए कमरे में ही बैठेंगे। सन 2000 से कांग्रेस के प्रवक्ता पद पर रहे चतुर्वेदी काओहदा महज कागजों पर ही बाकी रह गया था। तत्कालीन सपा नेता अमर सिंह पर तल्ख टिप्पणी के बाद पिछलेडेढ़ साल से उन्होंने कोई प्रेसवार्ता नहीं की थी। अब एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार पर कथित असभ्य टिप्पणी केलिए उनका कागजी पद भी जाता रहा। अपनी बेलौस और बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर चतुर्वेदी को जिस तरहसे उनकी बातचीत पर प्रवक्ता पद से हटाया गया, वह टीस उनको कुरेद रही है। बहुत कुरेदने पर वह सिर्फ इतना भरकह पाते हैं कि पार्टी का आदेश शिरोधार्य है। दरअसल, चतुर्वेदी की पवार पर टिप्पणी के बाद राकांपा के नेताप्रफुल्ल पटेल ने इस मसले को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने उठा दिया था। अपने महत्वपूर्ण सहयोगीकी नाराजगी के मद्देनजर कांग्रेस ने चतुर्वेदी पर कार्रवाई करने में जरा भी देर नहीं लगाई। कांग्रेस में इस घटनाक्रमपर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी तो इस मामले पर कोई बात ही नहीं करनाचाहते। पार्टी प्रवक्ता जयंती नटराजन कहती हैं कि मुझे इस बारे में कुछ पता नहीं।

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