(sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम)
अब केंद्रीय विद्यालयों में सांसदजी की सिफारिश नहीं चलेगी। मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने सांसदों के कोटे की नाकेबंदी कर दी है। फिलहाल ये निर्णय केंद्रीय विद्यालय संगठन ने ले लिया है। संगठन की एक बैठक सिब्बल की अध्यक्षता में हुई। इसमें मंत्रियों और सांसदों को दिये जाने वाले विवेकाधीन कोटा को समाप्त करने का निर्णय लिया गया। सिब्बल, केवीएस के संचालन मंडल के अध्यक्ष हैं। सिब्बल को अपने विवेकाधीन कोटे से 1200 सीटों पर दाखिले की सिफारिश करने का अधिकार बना रहेगा। एक सांसद केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले के लिए दो विद्यार्थियों के नामों की सिफारिश कर सकता है। लोकसभा का एक सदस्य अपने संसदीय क्षेत्र से दो उम्मीदवारों के नाम की सिफारिश कर सकता है जबकि राज्यसभा का सदस्य भी दो विद्यार्थियों के नामों की सिफारिश कर सकता है। ये दो विद्यार्थी राज्य के किसी भी हिस्से से हो सकते हैं जिसका प्रतिनिधित्व वह राज्यसभा सदस्य करता हो। देश भर में स्थित 981 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में करीब 10 लाख सीटें हैं।
Tuesday, March 16, 2010
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