Monday, March 15, 2010
अब आरक्षण बिल पर चले शौरी-पवार के तीर
नया राग दरबारी, कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना
केरल में शरद पवार ने मिलाया विपक्ष के सुर में सुर
कानपुर में शौरी ने हर आरक्षण पर विरोध जताया
(खबर sansadji.com सांसदजी डॉट कॉम से)
केरल में शरद पवार और कानपुर में अरुण शौरी ने महिला आरक्षण बिल पर जुबान खोलकर नई हलचल मचा दीहै। दोनों की टिप्पणियों के गहरे निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। अरुण शौरी तक सिरे से किसी भी तरह के आरक्षण केपक्ष में नहीं। पवार कहते हैं कि निर्धारित कोटे में कमी विचार हो सकता है।
कानपुर में आई आई टी कानपुर के सेंटर फॉर इनवॉयरमेंटल साइंस एंड इंजीनियरिंग में एक सेमिनार में भारतीयजनता पार्टी के राज्यसभा सांसद अरूण शौरी ने कहा कि भाजपा का सदस्य होने के नाते वह महिला आरक्षण कासमर्थन करते हैं, लेकिन जहां तक उनकी निजी राय है तो समाज में किसी भी प्रकार का आरक्षण नहीं दिया जानाचाहिये। आरक्षण की जगह लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने की कोशिश की जानी चाहिये। चूंकि वह एकराजनीतिक दल से जुड़े हैं और राज्यसभा सदस्य हैं, इसलिये उनकी पार्टी महिला आरक्षण का समर्थन कर रही है, तो वह भी इसका समर्थन कर रहे हैं। उधर, केरल में राकांपा के अधिवेशन में केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा हैमहिला आरक्षण विधेयक पर निर्धारित कोटे में कमी पर विचार हो सकता है और ऐसा कर सभी दलों के बीचसामंजस्य बैठाया जा सकता है। विधेयक में महिलाओं को विधायिका में 33 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कहीगई है। पवार संप्रग सरकार के ऐसे पहले नेता है, जिन्होंने कोटा घटाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मैंनेमुलायम, लालू और शरद यादव से बात की है। मैंने उनसे कहा है कि अन्य पिछड़ी जातियों और मुस्लिमों को लेकरउनकी चिंताओं के मद्देनजर विधेयक में संशोधन किया सकता है। उधर, महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में पेशकिए जाने के दौरान हंगामा मचाने के आरोप में निलंबित सपा के चारों विधायकों का आज निलंबन वापस ले लियागया, लेकिन राजग सांसद अभी भी निलंबित चल रहे हैं।
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