Sunday, March 21, 2010

माया पर बरसे सांसद अजित और बब्बर






(sansadji।com)




आज उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती पर उत्तर प्रदेश के दो सांसदों ने तीखे प्रहार किए। एक थे राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष व बागपत के सांसद चौधरी अजित सिंह और अभिनेता व फीरोजाबाद (उ.प्र.) से कांग्रेस राज बब्बर। एक न्यूज चैनल से बातचीत में दोनों सांसदों ने कहा कि यूपी में लोकतंत्र नहीं 'लोभ'तंत्र चल रहा है। माया दलित नहीं, 'दौलत' की नेता हैं।
सांसद चौधरी अजित सिंह ने कहा कि ये क्विन विक्टोरिया या किसी राजा-रानी का जमाना नहीं, जो करोड़ों की माला पहन कर पैसे की नुमायश की जाए। उन्होंने तीखे आरोप लगाते हुए कि जब तक मायावती को करोड़ों रुपये नहीं मिल जाते, उन्हें नींद नहीं आती है। ये दलित जनता का लोकतंत्र नहीं, मायावती का लोभतंत्र है। ये पैसा वे चुनाव के लिए नहीं, अपने लिए जुटा रही हैं। माला हमने भी पहनी है, लेकिन इतने रुपयों की नहीं। मायावती राजनीति के भरोसे सत्ता में नहीं आई हैं। करोड़ों की माला पहनने पर आज उन्हें गर्व हो सकता है लेकिन ऐसी राजनीति ज्यादा दिन नहीं चलती। उनके सत्ता से हटने के बाद सोचना होगा कि दलितों को वह क्या दे गईं, जो वे उन पर गर्व करें। उन्होंने कहा कि मायाराज में एससी/एसटी अफसरों को लूट की खुली छूट मिली हुई है। क्या यही दलित राज है? दलित सदियों से शोषित रहे, तो इसका क्या यही मतलब होता है कि दलित अफसरों को लूट की खुली छूट दे दी जाए? कांग्रेस सांसद राज बब्बर ने कहा कि मायावती पांच करोड़ की माला पहनी हैं, लेकिन प्रतापगढ़ में लोटा-थाली के लिए प्रोग्राम शामिल होते समय 65 मजलूमो के मर जाने पर उनके आश्रितों की मदद के लिए उनके खजाने में पैसा नहीं। कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में वह विकास करा रही हैं। जो विकास हो रहा है, वह केंद्र के पैसे। कांशीराम आवास योजना में केंद्र की इंदिरा आवास योजना की धनराशि लग रही है। नरेगा में केंद्र का पैसा लग रहा है। सड़क निर्माण में केंद्र का पैसा लग रहा है। माया सरकार ने तो एक अस्पताल तक नहीं बनवाया है। लेकिन यहां बात विकास की नहीं, उनके करोड़ों की माला पहनने की हो रही है। ऐसा करना उन्हें ही शोभा देता होगा।

1 comment:

anand kumar jagani said...

mayavati ne kya galat kiya hain.jo sare neta chori chipe karete hain vahi khulle aam kiya hain.