Sunday, March 21, 2010
संसद में मूर्तियों की स्थापना पर रोक
(sansadji.com)
संसद की एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, समाज सुधारकों और प्रख्यात हस्तियों के बुतों से अटे पड़े संसद भवन परिसर में भविष्य में और प्रतिमाओं की स्थापना पर पूरी तरह रोक लगाने का फैसला किया है। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार की अध्यक्षता वाली ‘संसद भवन परिसर में राष्ट्रीय नेताओं और सांसदों की मूर्तियां स्थापित करने संबंधी समिति’ ने पिछले दिनों हुई अपनी एक महत्वपूर्ण बैठक में संसद भवन परिसर में अब और मूर्तियों की स्थापना से तौबा करने के प्रस्ताव पर अपनी मंजूरी की मुहर लगा दी है। हालांकि समिति ने कहा है कि कुछ बेहद दुर्लभतम मामलों में मूर्ति या चित्र लगाने की अनुमति दी जा सकती है लेकिन इसके लिए अब ऐसा कोई भी प्रस्ताव संसद की हैरिटेज कमेटी के पास भी जाएगा। सूत्रों ने बताया कि हैरिटेज कमेटी संसद इमारत की देखभाल की जिम्मेदारी संभालती है और इसीलिए उसे भी इस मामले में शामिल करने का फैसला किया गया है और दोनों समितियां मिलकर ही इस बारे में कोई फैसला लेंगी। मीरा कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में वित्त मंत्री और लोकसभा में सदन के नेता प्रणव मुखर्जी, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और वरिष्ठ मार्क्सवादी नेता सीताराम येचुरी ने भी शिरकत की थी। बैठक में यह फैसला किया गया कि संसद भवन में अब केवल प्रतीकात्मक रूप से चित्रों का अनावरण मात्र किया जाएगा और अनावरण के बाद चित्र को संसद भवन पुस्तकालय में स्थित संग्रहालय के हवाले कर दिया जाएगा। (भाषाः नरेश कौशिक से साभार )
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