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(sansadji.com)
असम में संयुक्त विपक्ष को पराजित करते हुए कांग्रेस ने राज्यसभा कीदोनों सीटें जीत ली हैं। तीन निर्दलीयों सहित 11 विपक्षी विधायकों नेसत्ताधारी पार्टी के द्वितीय वरीयता वाले उम्मीदवारों को वोट दिया। सुबहनौ बजे मतदान शुरू हुआ। मतदान के पहले एक घंटे के दौरान करीब 20 विधायकों ने अपने वोट डाले। असम विधानसभा में कुल 126 विधायकहैं। राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने दावा किया था कि दोनों सीटों परउसके उम्मीदवारों की जीत होगी। कांग्रेस ने अपने दो उम्मीदवार उतारेथे। उसने सिल्वियस कोंडपान द्वितीय वरीयता उम्मीदवार थे, जबकिनाजनीन फारुक प्रथम वरीयता वाली उम्मीदवार थीं। असम गणपरिषद, भारतीय जनता पार्टी और असम यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने जयंत बरुवा को उम्मीदवार बनाया था।बरुवा प्रमुख समाचार पत्र असोमिया प्रतिदिन के मालिक हैं। कांग्रेस ने आशा जताई थी कि उसके प्रथम वरीयताउम्मीदवार की जीत होगी। इस बीच विपक्षी धड़े को उस समय झटका लगा, जब उसके कम के कम 11 विधायकोंने बरुवा के खिलाफ मतदान की घोषणा की। अपने उम्मीदवार की जीत के लिए विपक्ष को 43 वोटों की जरूरत थी, जबकि बरुवा को 40 विधायकों का ही समर्थन मिला। कांग्रेस के प्रथम वरीयता वाले उम्मीदवार को 43 मत मिले, जबकि द्वितीय वरीयता वाले उम्मीदवार को 42 मत मिले। समाज कल्याण मंत्री अकोन बोरा का वोट तकनीकीकारणों से निरस्त हो गया। मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा, "कांग्रेस के लिए यह ऐतिहासिक जीत है, क्योंकिहमारे पास दूसरी सीट के लिए सदस्यों की जरूरी संख्या नहीं थी। लेकिन हम फिर भी विजयी रहे। मैं कांग्रेस केसभी विधायकों के साथ ही मदद करने वाले विपक्षी विधायकों का भी आभारी हूं।"
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