Thursday, March 4, 2010

सोमवार से संसद में होगी नई महाभारत, लालू बोले युद्ध होगा, मुलायम हुड़दंग करेंगे





महंगाई मुद्दे से घिरी कांग्रेस के तरकस का ये तीर एकजुट विपक्ष में भगदड़ मचाएगा

महिला दिवस तक देखिए और क्या-क्या होता है संसद में। आने वाले दिनों में एक नई हायतौबा मचने वाली है। मसला होगा महिला आरक्षण बिल। एसपी, आरजेडी, जेडीयू और बीएसपी पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षण के अंदर आरक्षण की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस, बीजेपी और लेफ्ट बिल को वर्तमान स्वरूप में ही पास करवाने के पक्षधर हैं।

खबर सांसदजी डॉट कॉम sansadji.com से

सत्तापक्ष के कल जुबान खोलते ही विपक्षी दलों में कानाफूसी शुरू हो गई है। कांग्रेस चाहती भी यही थी। अगली महाभारत संसद में सोमवार से होने जारही है। लालू ने कह दिया है कि युद्ध होगा। मुलायम सिंह यादव कहते हैं कि संसद में हुड़दंग होगा। संविधान संशोधन विधेयक होने के कारण इसे पास करवाने के लिए दो तिहाई बहुमत चाहिए। 14 साल से पेंडिंग इस विधेयक में संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के एक-तिहाई आरक्षण की व्यवस्था है। पिछले महीने 25 फरवरी को केंद्रीय कैबिनेट ने महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी थी। इसमें संसद तथा राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान है। यह बिल संसद के मौजूदा सत्र में इसी हफ्ते पेश किए जाने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली कैबिनेट स्थाई समिति द्वारा लौटाए गए इस बिल पर चर्चा कर चुकी है। कैबिनेट ने इसको उसी रूप को मंजूर किया जैसा वह उसके पास आया था। यह बिल राज्यसभा में 2008 में पेश किया गया था। अब भाजपा ने बिल को लेकर गेंद सरकार के पाले में डाल दी है। पार्टी का कहना है कि वह विधेयक का समर्थन करना चाह रही है लेकिन सरकार को इसे संसद में लाना होगा। भाजपा नेता वेंकैया नायडू ने कल संसद परिसर में कहा कि यदि सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति है तो वह विधेयक को संसद में लाए। भाजपा विधेयक को उसके मौजूदा स्वरूप में समर्थन करने के लिए तैयार है। सरकार को राजनीतिक दलों के बीच इसे लेकर आम सहमति कायम करनी होगी। उल्लेखनीय होगा कि महिला आरक्षण को लेकर विपक्ष में एका नहीं है। जहां लालू, मुलायम, शरद यादव आदि इसकी लगातार मुखालफत करते रहे हैं, वहीं भाजपा, वामघटक के सुर और दिशा में है। आज जब महंगाई को लेकर सदन में तूफान मचा हुआ है, केंद्र सरकार की तरकस में यही ऐसा तीर है, जो विपक्ष में भगदड़ मचाने वाला है। सूत्रों की मानें तो मौजूदा विपक्षी आक्रमण से आत्मरक्षा के लिए सत्तापक्ष जल्द ही ये सरसंधान करने जा रहा है। पिछले साल संसद में जून में जनता दल (यू) अध्यक्ष शरद यादव ने कहा था कि अगर महिला आरक्षण बिल पास किया गया तो वह जहर खाकर आत्महत्या कर लेंगे। यह ठीक है कि हमारे पास संख्या बल नहीं है, लेकिन अगर महिला आरक्षण बिल को इसके मौजूदा स्वरूप में पारित किया गया तो मैं यहीं जहर खा लूंगा। कांग्रेस प्रतीकवाद में उलझ गई है। महिला को राष्ट्रपति और स्पीकर बना कर वह प्रतीकवाद को आगे बढ़ा रही है जबकि जरूरत पिछड़े और अति पिछड़े समुदाय की महिलाओं को मुक्त किए जाने की है। उधर, संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल के अनुसार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को बिल राज्यसभा में लाया जा सकता है। लोकसभा में मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद ने कहा कि अगर पुराने रूप में बिल लाया गया तो युद्ध जैसी स्थिति बन जाएगी। पहले महंगाई और फिर तेल के दामों में वृद्धि को लेकर इस समय कांग्रेस घिरी हुई है। इसकी काट के लिए महिला आरक्षण बिल लाया जा रहा है। बीजेपी और लेफ्ट के साथ जा रहे लालू और मुलायम महिला बिल पर अलग ध्रुवीकरण की कोशिश में लग गए हैं। महिला बिल के जरिए कांग्रेस विपक्ष को बांटने के साथ महिलाओं को आरक्षण दिलाने का श्रेय भी हासिल करने की कोशिश करेगी। महिला आरक्षण का विरोध कांग्रेस और बीजेपी के अंदर भी है। दोनों पार्टियों के पिछड़े वर्ग के साथ सांसद बिल के विरोधी हैं। विप के जरिए दोनों बड़ी पार्टियां असंतुष्टों को चुप करवा सकती हैं। बिल पास करवाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। मुलायम कहते हैं कि अगर सरकार ने बिल लाने की कोशिश की तो हुड़दंग होगा। लोकसभा में उनके करीब बैठे लालू ने कहा कि युद्ध होगा। मुलायम ने कहा कि सरकार विपक्षी एकता को तोड़ना चाहती है। देश का ध्यान महंगाई और दूसरे जरूरी मुद्दों से हटाना चाहती है।

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