मांस का लोथड़ा,
लोथड़े के नीचे हड्डी,
और ऊपर से गुलाबी चड्ढी.
पैसे का थैला,
थैले के भीतर मैला,
मैले से लदी साहब-सूबे की गड्डी.
जानवरों की जेल
जेल के भीतर खेल
और दोनों तरफ से कबड्डी-कबड्डी.
तब था परमाणु करार,
अब लोकसभा चुनाव की रार,
जनता के लिए वे खोदने वाले हैं गड्ढा-गड्ढी.
दादी से बड़े दादा,
दादा बड़े हरामजादा,
डाई से दादा के बाल काले और दादी बुड्ढी.
आयो रे, आयो रे,
वैलेंटाइन डे भायो रे,
मेढक कुदान पर उजड्ढा-उजड्ढी.
गडमड से गड़बड़
मचाए बड़ी हड़बड़
कविता के बहाने अकल गडमड्डी.......
और ऊपर से बस्सा रही गुलाबी चड्ढी.
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