मछली रानी, मछली रानी
महक रहे हैं हिंदुस्तानी,
बोलो-
किसने किया है
इस तालाब को गंदा?
हरी है, मन भरी है
नौ लाख मोती जड़ी है,
बोलो-
किसके बाग में
दुसाला ओढ़े खड़ी है?
आन (दूसरे) का मैदा,
आन का घी,
बोलो-
शंख क्यों बजायें
बाबा जी?
चढ़ा चाप पर चापा,
फिर बित्ता भर नापा,
बोलो-
आम आदमी
किसके पाप से कांपा?
थरथर-थरथर डोल रही है,
हवा निगाहें खोल रही है,
बोलो-
किस मौसम की भाषा
समय की कोयल बोल रही है?
...घिरे हैं हम सवाल से
हमे जवाब चाहिए!
जवाब दर सवाल हैं कि.....
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Sunday, June 8, 2008
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