दो-चार दिन बीत चुके, नया साल पुराना होने लगा है, लेकिन कुछ बातें ऐसी भी हैं, जो नई-नई सी लगती हैं। क्यों? क्यों लोगों की निगाह उस ओर कम ही जाती है। सभी मनाते हैं नया साल, लेकिन किस तरह हमारे देश के सांसद और राज्यसभा सदस्य मनाते हैं नववर्ष, क्या कहा-सोचा जाता है उनके बारे में.......पढ़िए sansadji.com..... सांसदजी डॉट कॉम पर........ साथ में यह भी जानिए कि किस तरह साल के अंत में लगा लोकसभा के प्रश्नकाल पर प्रश्नचिह्न.......
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