tag:blogger.com,1999:blog-8731856700529955607.post5746543078251249174..comments2023-10-24T15:42:49.821+05:30Comments on संसदनामा: घर से भागी हुईं लड़कियांमुंहफटhttp://www.blogger.com/profile/08368420570289784107noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8731856700529955607.post-17712675184082814142008-09-12T12:04:00.000+05:302008-09-12T12:04:00.000+05:30धन्वी जी की गजल बेहतरीन है.....कई शेर अपने आप में ...धन्वी जी की गजल बेहतरीन है.....कई शेर अपने आप में मुकम्मल है....पर कथादेश में अलोक धन्वा जी पत्नी असीम भट्ट का आत्मकथा पढ़कर उनकी कविता खाली लफ्फाजी लगती है.......<BR/>हाँ अगर रचना को रचनाकार से अलग कर दो तो बात अलग है.....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.com